इसके कारण मौसमी बीमारियों का अंदेशा बना रहता है। लोगों ने बताया कि पानी की निकासी नहीं होने से क्षेत्र में पानी भरता है। अगर बड़ा नाला बन जाए तो पानी की निकासी हो सकती है। यह निचला क्षेत्र होने से एवं रोड ऊपर बने होने से भी यह समस्या बनी हुई है।
तेज बारिश से बारां में ढहे मकान, दो बच्चों की मौत, 4 जिंदगियां मौत से कर रही संघर्ष छापी के गेट खोले
अकलेरा के समीप छापी बांध में पानी की आवक तेज गति से हो रही है। कनिष्ठ अभियंता प्रमोद नागर ने बताया कि बाद में पानी की आवक होने पर चार गेट खोल कर पानी की निकासी की जा रही है। सुबह 6 बजे दो गेट खोल कर पानी की निकासी की। इसके बाद 7 बजे फिर से दो गेट और खोले गए। बांध के 4 गेटों से दो-दो मीटर पानी की निकासी की जा रही है।
अकलेरा के समीप छापी बांध में पानी की आवक तेज गति से हो रही है। कनिष्ठ अभियंता प्रमोद नागर ने बताया कि बाद में पानी की आवक होने पर चार गेट खोल कर पानी की निकासी की जा रही है। सुबह 6 बजे दो गेट खोल कर पानी की निकासी की। इसके बाद 7 बजे फिर से दो गेट और खोले गए। बांध के 4 गेटों से दो-दो मीटर पानी की निकासी की जा रही है।