
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। फोटो- पत्रिका
जोधपुर। एएनटीएफ ने लूनी थानान्तर्गत खाराबेरा भीमावतान के पास एसयूवी से 27 कट्टों में भरा 543 किलो डोडा पोस्त के साथ एक चालक को पकड़ा। साथी पिस्तौल और मोबाइल लेकर भाग गया। अलग-अलग छह जोड़ी नम्बर प्लेटें भी मिली हैं, जिन्हें लूनी थाना पुलिस को सौंप दिया गया। जब्त मादक पदार्थ की कीमत 82 लाख रुपए आंकी गई है।
महानिरीक्षक (एटीएस) विकास कुमार ने बताया कि एसयूवी में डोडा पोस्त जोधपुर लाया जा रहा था, जो खाराबेरा पुरोहितान गांव से होकर आ रहा था। एएनटीएफ जोधपुर शहर व ग्रामीण ने खाराबेरा पुरोहितान से लालकी व खाराबेरा भीमावतान गांव के तिराहे पर नाकाबंदी की।
वहां आई एसयूवी को रोकने का इशारा किया गया। चालक एसयूवी को लालकी की तरफ झाड़ियों और कच्चे मार्ग से भगाने का प्रयास करने लगा। एसयूवी पोल से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई। एसआई प्रमित चौहान के नेतृत्व में पुलिस ने पीछा कर एसयूवी की घेराबंदी की। भैरू ने पुलिस पर पिस्तौल तानी और फिर भाग गया।
पुलिस ने चालक गोकलाराम को पकड़ लिया। एसयूवी में 27 कट्टों में भरा 543.62 किलो डोडा पोस्त, मैग्जीन व 35 जिंदा कारतूस मिले, जिन्हें लूनी थाना पुलिस को सौंपे गए। एनडीपीएस एक्ट व आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज कर बाड़मेर में सदर थानान्तर्गत सरली गांव निवासी गोकलाराम (32) पुत्र मोटाराम को गिरफ्तार किया। कार्रवाई में एसआई गोरधनराम, एएनटीएफ के कांस्टेबल रमेश, रामनिवास व लूनी थाने के कांस्टेबल जितेन्द्रसिंह, देवाराम, गणपतलाल व इमरान शामिल थे।
गोकलाराम वर्ष 2011 से 2015 तक हरियाणा से ट्रक में शराब भरकर गुजरात ले जाता था। जयपुर, चूरू व बालोतरा में वह पकड़ा भी गया था। वर्ष 2016 से वह डोडा पोस्त तस्करी में लिप्त हुआ था। डोडा के साथ वह बाड़मेर के सदर थाने में पकड़ा गया था।
15 महीने जेल में रहने के बाद वह बाहर आया था। वर्ष 2023 में निंबाहेड़ा में डोडा पोस्त पकड़ा गया था, लेकिन वह फरार हो गया था। वह वर्ष 2024 में फिर गिरफ्तार हुआ। गत 10 अक्टूबर को ही जमानत पर छूटा और एक महीने बाद फिर गिरफ्तार हो गया।
डीसीपी (पश्चिम) विनीत कुमार बंसल ने बताया कि गोकलाराम से पूछताछ में कई खुलासे हुए। उसके साथ पाली जिले में जाडन टोल नाका के पास निवासी भैरू लोहार था। फींच गांव निवासी मनीष पंवार पुत्र हनुमानराम बिश्नोई ने एसयूवी में दोनों को डोडा लाने भेजा था। गोकलाराम व भैरू चित्तौड़गढ़ में कपासन से 27 कट्टों में 543 किलो डोडा लेकर आ रहे थे। मनीष ने उन्हें देचू में सप्लाई देने का बताया था।
यह वीडियो भी देखें
एसीपी (बोरानाडा) आनंदसिंह राजपुरोहित ने बताया कि एसयूवी के इंजन व चैसिस नम्बर घिसे हुए थे। इससे गाड़ी के चोरी की होने का अंदेशा है। पीछे की सभी सीटें खोली हुई थी। कार में अलग-अलग छह जोड़ी नंबर प्लेटें मिलीं। जो हर 60 किमी पर बदल देते थे। मैग्जीन व 35 जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए।
Updated on:
11 Nov 2025 09:21 pm
Published on:
11 Nov 2025 09:11 pm
बड़ी खबरें
View Allजोधपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
