
परिवार संग युवक गजेन्द्र। फोटो- पत्रिका
मारवाड़ जंक्शन। जोजावर निवासी परिवार के चेहरे पर उस समय खुशी की लहर दौड़ गई, जब छह दिन से लापता उनका बेटा सकुशल घर लौट आया। देवगढ़ स्थित एक हॉस्पिटल से ड्यूटी समाप्त कर निकला युवक अचानक लापता हो गया, जिसके बाद परिजन और पुलिस उसकी खोज में जुटे थे। युवक के सकुशल लौटने से गांव में खुशी का माहौल छा गया।
जानकारी के अनुसार, जोजावर निवासी गजेन्द्र पुत्र माणकचन्द देवगढ़ स्थित एक हॉस्पिटल में नर्सिंगकर्मी के रूप में कार्यरत है। ड्यूटी समाप्त कर वह घर के लिए रवाना हुआ, लेकिन देर रात तक घर नहीं पहुंचा। परिजन ने जब उससे संपर्क करने का प्रयास किया तो उसका मोबाइल फोन बंद मिला। देर रात तक उसका इंतजार करने के बाद उन्होंने देवगढ़ थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
युवक के गुमशुदा होने की खबर मिलते ही मारवाड़ जंक्शन के पूर्व विधायक खुशवीर सिंह जोजावर ने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने अपने स्तर पर भी प्रयास शुरू किए और सीकर पुलिस अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों से संपर्क साधकर युवक की तलाश के निर्देश दिए।
पुलिस ने जब युवक की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की तो उसकी अंतिम लोकेशन रिंगस के आसपास, खाटूश्यामजी क्षेत्र में बताई गई। इसके बाद से ही युवक का मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया था, जिससे उसकी खोज और भी कठिन हो गई। पुलिस की टीमें देवगढ़, ब्यावर, रिंगस और खाटूश्यामजी तक उसकी तलाश में जुट गईं।
युवक के पिता माणकचन्द ने बताया कि गजेन्द्र जिस हॉस्पिटल में कार्यरत था, वहां किसी बात को लेकर उसकी कहासुनी हो गई थी। इससे मानसिक रूप से व्यथित होकर उसने अचानक घर लौटने की बजाय अन्य दिशा में जाने का निर्णय किया। वह देवगढ़ से रोडवेज बस में ब्यावर गया, वहां से ट्रेन से रींगस पहुंचा और फिर पैदल ही खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए निकल पड़ा।
खाटूश्यामजी पहुंचने के बाद वह आगे जयपुर चला गया और करीब तीन दिन तक वहीं रेलवे स्टेशन परिसर में रहा। इस दौरान उसका किसी से संपर्क नहीं हुआ। अंतत: जयपुर पुलिस ने युवक को पहचाना और देवगढ़ थाना पुलिस से संपर्क कर उसे जोजावर पहुंचाया।
Published on:
16 Nov 2025 02:23 pm
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