आस-पास के व्यापारियों ने आग बुझाई
दरअसल, एक महिला दोपहर में तीन अन्य महिलाओं के साथ खरीदारी करने कन्दोई बाजार से पैदल निकल रही थी। दुकानों के आगे छांव के लिए पर्दे लगे हुए हैं। प्याऊ के पास ऐसी ही एक छांव से धूप में आते ही सबसे आगे पैदल महिला के ओढ़ने में अचानक आग लग गई। पीछे वाली महिलाएं आग-आग चिल्लाईं। तब आगे वाली महिला ने भी अपने ओढ़ने से लपटें निकलती देखा। वह घबरा गई और जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगी। महिला ने लपटों से घिरे ओढ़ने को हटाकर दूर फेंका, जो कपड़ों की दुकान के ठीक बाहर गिरा। इससे वहां रखे तीन कपड़े जल गए। आस-पास के व्यापारी पानी से भरी बाल्टियां व अन्य बर्तन लेकर आए और ओढ़ने पर डालकर आग बुझाई।किया प्राथमिक उपचार
आग से महिला का हाथ मामूली झुलस गया। तीन साथी महिलाओं ने उन्हें संभाला। व्यापारियों ने महिला के झुलसे हाथ पर प्राथमिक उपचार किया। बाद में महिला वहां से निकल गईं।गर्मियों में प्लास्टिक डोरे वाले कपड़े न पहनें
मण्डोर क्षेत्र की महिला ने डोरी का कॉटन ओढ़ना पहन रखा था। हल्के-हल्के प्लास्टिक के तार होते हैं। गर्मी में हीट की वजह से उसमें आग लगी होगी। गर्मियों में प्लास्टिक डोरे वाले कपड़े न पहनें। व्यापारियों ने महिला को धैर्य बंधाया और फोन कर पति को बुलाया। फिर दोनों साथ घर निकले।दीपक सोनी, अध्यक्ष, त्रिपोलिया बाजार मोती चौक व्यापार संघ
धूप से कपड़ों में आग नहीं लगती
धूप से कपड़ों में आग नहीं लगती है। धूप के सम्पर्क में स्वत: जलन की प्रक्रिया बहुत ऊंचे तापमान पर होती है।किसी ज्वलनशील पदार्थ जैसे परफ्यूम वगैरह के सम्पर्क में आने पर कपड़े में जल्दी आग पकड़ने की स्थिति बन जाती है। स्टेटिक इलेक्ट्रिसिटी व घर्षण के कारण चिंगारी पैदा हो जाती है तो आग का कारण बन सकती है।डॉ. गिरीराज चायल, भौतिक विज्ञान विभाग, जेएनवीयू जोधपुर