Rajasthan Extreme Heat : राजस्थान में दर्दनाक हादसा। राजस्थान में इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी ने 2 श्रमिकों की जान ले ली। पहला मामला जोधपुर का है जहां नगर निगम के सफाई कर्मचारी दीपक तेजी की तेज गर्मी के कारण तबीयत बिगड़ने से इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। वह सुबह ड्यूटी पर आया था, अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। इस पर पहले उसे मथुरादास माथुर हॉस्पिटल लेकर आए। यहां इलाज के दौरान उसकी की मौत हो गई। वहीं झालरापाटन में सदर थाना क्षेत्र के बिरियाखेड़ी खनन क्षेत्र स्थित बनास स्टोन पर काम करने वाले एक मजदूर की गुरुवार दोपहर भीषण गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई।
जोधपुर नगर निगम के सफाई कर्मचारी दीपक तेजी की तेज गर्मी के कारण तबीयत बिगड़ने से इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इसके बाद सफाई कर्मचारियों के कई संगठन ने अब सफाई कर्मचारियों के कार्य का समय बदलने के लिए मांग की है।
दरअसल, भीषण गर्मी को देखते हुए जयपुर, कोटा, जैसलमेर सहित प्रदेश के कई जिलों में नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद में सफाई कर्मचारियों के कार्य का समय पहले ही बदल दिया गया। इन स्थानों पर कार्य का करने का समय सुबह 5.30 बजे से 11.30 तक किया हुआ है। जबकि जोधपुर में सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक का समय यथावत रखा गया है। इस बारे में पूर्व में भी सफाई कर्मचारियों ने समय बदलाव की मांग की थी, लेकिन निगम आयुक्त सिद्धार्थ पालानीचामी ने अभी तक समय में बदलावा नहीं किया है।
कर्मचारी नेता राजेश गुजराती ने बताया कि उन्होंने 28 अप्रेल को निगम आयुक्त को समय में बदलाव करने के लिए पत्र सौंपा था। उसके बाद भी आयुक्त ने समय में बदलावा नहीं किया। इसके अलावा सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राधेश्याम हंस और शहर अध्यक्ष बच्चन पंडित ने घटना के बाद सफाई कर्मचारियों का समय सुबह 5.30 बजे से 11.30 तक करने की मांग की है।
झालरापाटन सदर थाना क्षेत्र के बिरियाखेड़ी खनन क्षेत्र स्थित बनास स्टोन पर काम करने वाले एक मजदूर की गुरुवार दोपहर भीषण गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। मृतक सीताफल गांव निवासी 45 वर्षीय धनराज गोस्वामी पिछले चार वर्षों से इस खान में कार्यरत था। गुरुवार को वह अपने साथी रामप्रसाद के साथ खान में पत्थर काटने का काम कर रहा था। तेज गर्मी के कारण धनराज पानी पीने के लिए पास की एक होटल पर गया, जहां उसे अचानक बेचैनी महसूस हुई। उसने मोबाइल से साथी रामप्रसाद को बुलाया, जिसने तुरंत उसे बाइक से कनवाड़ा अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान धनराज बेहोश हो गया, जिसकी सूचना रामप्रसाद ने कंपनी प्रबंधन को दी। प्रबंधन की ओर से वाहन भेजकर उसे एसआरजी चिकित्सालय झालावाड़ ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस का कहना है कि मृत्यु का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। ग्रामीणों के अनुसार, धनराज अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसका इकलौता बेटा प्रदीप पढ़ाई कर रहा है, जबकि पत्नी भूरी बाई मानसिक रूप से अस्वस्थ है। ग्रामीणों ने खान मालिक से मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
Published on:
13 Jun 2025 07:24 am