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Teachers Day : राजस्थान ने इस बार पंचायती राज के अधीन लगे पीडी (प्री पे-मैनेजर) कार्मिकों को वित्त विभाग के इंटीग्रेटेड फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम (आइएफएमएस 3.0) पर बगैर किसी तैयारी शिफ्ट करने से इस महीने की तनख्वाह अटक गई है। जोधपुर जिले में ही 800 से अधिक पीडी कार्मिक है। प्रदेश में लगभग 25 हजार पीडी कार्मिक है। यह सिस्टम ऑनलाइन है। पीडी कार्मिकों का डाटा की आइएफएमएस 3.0 सर्वर में गड़बड़ी और एक साथ इतने डाटा की मैपिंग में समय लगने की वजह से प्रदेश के अधिकांश जिलों में उनका वेतन बिल नहीं बन पाया है, जिससे उनका वेतन तैयार नहीं हो पाया। अब तक पीडी कार्मिकों को प्री पे-मैनेजर से मिलता था। इसमें शिक्षक, प्रबोधक, पैरा टीचर सहित अन्य शामिल है।
पीडी हैड में लगे कार्मिकों का वेतन पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी बनाता है और उसको मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) को भेजता है। सीबीईओ के पास डीडीओ अधिकार है। सीबीईओ वेतन बिल को वैरिफाई करके ट्रेजरी भेजता था, वहां से हर महीने की एक तारीख को वेतन मिल जाता था। इस बार वेतन प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है, जो अन्य कार्मिकों की तरह आइएफएमएस 3.0 सिस्टम से बनेगा, लेकिन इतने सारे कार्मिकों का डाटा और बगैर प्रशिक्षित कर्मचारियों के कारण ऑनलाइन सिस्टम में कई त्रुटियां बता रहा है, जिससे पीडी कार्मिकों का डाटा मिल नहीं रहा है।
पूरे राज्य में एक साथ डाटा की मैपिंग हो रही है। मैपिंग का काम देरी से करने की वजह से भी दिक्कत आ रही है। बगैर पूरी तैयारी के इस महीने से आईएफएमएस 3.0 लागू करने से शिक्षा विभाग के कार्मिक उलझ गए हैं।
पीडी हैड के अलावा समग्र शिक्षा में लगे सीबीईओ, एसीबीओ द्वितीय, आरपी, र्क्लक सहित अन्य कार्मिकों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। इनका बजट नहीं मिला है।
पूरे राज्य स्तर पर डाटा की मैपिंग चल रही है। शीघ्र ही पीडी हैड में लगे कार्मिकों को वेतन मिल सकेगा।
धर्मसिंह, सीबीईओ केरू
Published on:
05 Sept 2025 11:03 am
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