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पुलिस के डर से नदी में छलांग लगाने का मामला: शव की तलाश जारी, क्या कहते हैं मंत्री असीम अरुण?

Fearing police, teenager jumps into river कन्नौज में पुलिस के डर से नदी में छलांग लगाने वाले का शव बरामद नहीं किया जा सका है। मंत्री असीम अरुण ने घटना में पुलिस की लापरवाही को उजागर किया। बोले कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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असीम अरुण पहुंचे मौके पर (फोटो सोर्स- 'X' कन्नौज)

फोटो सोर्स- 'X' कन्नौज

Fearing police, teenager jumps into river कन्नौज के गुरसहायगंज थाना क्षेत्र के देवी पुरवा गांव में पुलिस की डर से काली नदी में छलांग लगाने वाले युवक की तलाश अभी भी जारी है। शव ना मिलने के कारण परिजनों में कोहराम मचा है। पुलिस पर बड़ी लापरवाही का भी आरोप लगा है। लोगों का कहना है कि नदी में छलांग लगाता देख पुलिस ने बचाने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन दोनों पुलिसकर्मी मौके से भाग गए। जो बड़ी लापरवाही है। राज्य मंत्री असीम अरुण आज पीड़ित परिवार के बीच पहुंचे। उन्हें ढांढस बंधाया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को पांच बीघा कृषि पट्टा दिया जाएगा। और भी कई मदद की घोषणा की। ‌इस मौके पर डीआईजी हरीश चंदर भी मौजूद थे। ‌

पुलिस के दबिश देने के दौरान हुई घटना

उत्तर प्रदेश के कन्नौज के गुरसहायगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत देवी पुरवा गांव में हृदयविदारक घटना हो गई। जब दबिश देने गई पुलिस के डर से देवी पुरवा निवासी धर्मवीर काली नदी में छलांग लगा दिया। यह देख मौके पर मौजूद उप निरीक्षक हरीश कुमार और आरक्षी रवींद्र भाग गए। उन्होंने बचाने का प्रयास नहीं किया। एसपी ने तत्काल प्रभाव से हरीश कुमार और रविंद्र के साथ इंस्पेक्टर गुरसहायगंज को भी निलंबित कर दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। शव न मिलने के कारण स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है।

क्या कहते हैं असीम अरुण?

राज्य मंत्री असीम अरुण पीड़ित परिवार से मिलने के लिए देवी पुरवा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने दुखी परिवार को ढांढस बंधाया। उनसे बातचीत की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए असीम अरुण ने कहा कि पीड़ित परिवार को पांच बीघा का कृषि पट्टा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री सहायता के लिए लिखा पड़ी की गई है। आवास योजना के अंतर्गत आवास भी दिया जाएगा। इसके साथ ही आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए करीब 7 हजार महीने देने की व्यवस्था भी की जा रही है।

मामला नाबालिग किशोरी को भगाने से जुड़ा है

असीम अरुण ने कहा कि मामला काफी पुराना है। पुलिस दबिश देती है। लेकिन सावधानी पूर्वक दबिश देनी चाहिए। जिससे कि आरोपी को भी चोट ना लगे और पुलिस भी सुरक्षित रहे। लेकिन यहां पर नदी में गिरने के बाद पुलिस ने बचाने का प्रयास नहीं किया और मौके से भाग गई। जो बड़ी लापरवाही है। लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। आगे और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डीआईजी ने भी पीड़ित परिवार से बातचीत की

डीआईजी हरीश चंदर भी आज राज्य मंत्री के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए की साथ ही नदी में डूबे युवक की तलाश में तेजी लाने को भी कहा गया है।