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भारत पाक क्रिकेट मैच: कानपुर की ऐशन्या बोलीं- पहलगाम में मारे गए लोगों को भूल गए, यह राष्ट्रीय दर्द

India-Pakistan cricket match पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या ने भारत-पाक मैच पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है। इसके साथ ही कांग्रेस नेता चिदंबरम के बयान का भी विरोध किया है। 26 लोगों की हत्या को राष्ट्रीय दर्द बताया।

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India-Pakistan cricket match एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच आमने-सामने होंगे। पहलगाम में आतंकवादी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी ने आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच नहीं होना चाहिए। अभी घटना को 3 महीने हुए हैं। बीसीसीआई इतनी जल्दी कैसे घटना को भूल गया? इसी वर्ष 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों से धर्म पूछ कर हत्या की थी। जिसमें कानपुर के शुभम द्विवेदी भी शामिल थे। इसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था।

उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी अपने परिवार के साथ जम्मू कश्मीर के पहलगाम घूमने के लिए गए थे। जहां पर आतंकवादियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। 22 अप्रैल को हुई इस घटना में 26 लोगों की हत्या की गई थी। जिसमें एक कश्मीरी भी शामिल है। अभी घटना को 3 महीने हुए थे कि बीसीसीआई एशिया कप में पाकिस्तान के साथ मैच खेलने की स्वीकार किया है। जिस पर ऐशन्या द्विवेदी ने नाराजगी व्यक्त की है।

भूलते हैं पर इतनी जल्दी?

उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने पहलगाम आतंकी हमले को भूलकर भारत-पाकिस्तान मैच को इजाजत दी है। बीसीसीआई ऐसा कैसे कर सकता है? हम सुनते थे कि लोग गम भूल जाते हैं। लेकिन 3 महीने में 26 लोगों की मौत भूल गए। यह बहुत ही शर्मनाक है। उनकी हत्या को भूलकर हम पाकिस्तान से मैच खेलने के लिए राजी हो गए। ऐसा नहीं होना चाहिए।

चिदंबरम का बयान पाकिस्तान को सपोर्ट

ऐशन्या ने बताया कि घटना के बाद राहुल गांधी उनसे मिलने के लिए आए थे। उन्होंने शुभम को शहीद बताया था और उन्हीं की पार्टी के नेता इस तरह की बात कर रहे हैं। उन्हें पहलगाम घटना को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनना चाहिए। यह मुद्दा नहीं 26 लोगों की मौत का राष्ट्रीय दर्द होना चाहिए। इस तरह का बयान पाकिस्तानियों का सपोर्ट करना है कि यह कार्य पाकिस्तान ने नहीं किया है। हिंदुस्तान में खड़े होकर के हम पाकिस्तान के लिए इस तरह की बातें कह रहे हैं।