मंडावरा रोड स्थित एक मैरिज होम में शनिवार को भाजपा के आयोजित बूथ सम्मेलन में कार्यकर्ताओं ने अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जिलाध्यक्ष रमेश राजोरिया समेत जयपुर से आए प्रदेश पदाधिकारियों को तीखे शब्दों में खरी खरी सुनाई।
स्थिति यह रही कि करीब दो घंटे तक चले कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने आठ-दस बार हंगामा कर नाराजगी जताई। एक बार तो पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। कुछ कार्यकर्ताओं ने तो मंच तक पहुंच वक्ताओं को भाषण देने से ही रोक दिया।
प्रदेश में सत्ता का दोहराव करने के लिए बूथ पर जीत का गुर सिखाने आए भाजपा के प्रदेश मंत्री व प्रदेश बूथ संयोजक मुकेश दाधीच असहाय बन रह गए। बैठक की शुरुआत में ही कार्यकर्ताओं ने पदाधिकारियों का विरोध करना शुरू कर दिया।
जिलाध्यक्ष के संबोधन बाद ही हंगामा की स्थिति बनी। विस्तारकों के भरतपुर संभाग संयोजक दिनेश भाटी बूथ पर जीत का मंत्र दे रहे थे तभी कार्यकर्ताओं ने टोकाटाकी शुरू कर दी। ऐसे में उन्हें भाषण बीच में ही रोकना पडा। गुस्साए कार्यकर्ताओं का कहना था कि साढ़े चार वर्ष तक उपेक्षा सहने के बाद अब उन्हें याद किया जा रहा है।
इस पर जिलाध्यक्ष, विधायक व अन्य पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को शांत किया। इसके बाद भाटी ने पुराने गिले शिकवे भुलाकर फिर से पार्टी को बूथ पर मजबूत कर जीत दिलाने की बात कही। भाटी ने जब बूथ कमेटी सदस्यों से उनके द्वारा किए धरातलीय कार्य के बारे में पूछताछ की तो गुलाबसिंह, अमरसिंह, मुनीम खान समेत दर्जनों कार्यकर्ता खरी-खोटी सुनाते हुए भीड से खडे होकर मंच तक पहुंच गए।
कुछ ही देर में दर्शक दीर्घा में बैठे कार्यकर्ता मंच की ओर लपक पड़े। इस बीच जिलाध्यक्ष व गुलाबसिंह के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। दोनों में गिरेबान खींचने तक की नौबत आ गई। समझाइश के दौरान जिला प्रभारी सतेन्द्र गोयल को भी खरी खोटी सुननी पडी।