आरक्षण संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी हाकिमसिंह गुर्जर ने बताया कि क्षेत्र के गुड़ला गांव में गौरिल बाबा के मेले के मौके पर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समीति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला आए थे।
यहां आयोजित कार्यक्रम में कर्नल किरोड़ी ने कहा कि समाज कई वर्षों से आरक्षण के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन उनकी पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को संवैधानिक तरीके से पूरा नहीं किया जा रहा है।
भाजपा का शासन हो या कांग्रेस का शासन रहा हो, दोनों ही पार्टियों ने पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को अटकाया है। आरक्षण आंदोलनों में समाज के 72 लोगों को जान गंवानी पड़ी, लेकिन कांग्रेस अब तक चुप्पी साधे है।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के नेता मीणा—मीना विवाद, जाट आरक्षण पर खुलकर बोल सकते हैं, तो गुर्जर आरक्षण पर क्यों चुप्पी साधे हैं। यदि कांग्रेस अब भी चुप्पी नहीं तोड़ती है तो संकल्प यात्रा का विरोध किया जाएगा।
वहीं, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के महामंत्री शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि सभा में तय किया कि जिस तरह भाजपा की गौरव यात्रा का विरोध किया, उसी तरह कांग्रेस की संकल्प रैली का भी विरोध किया जाएगा। यह विरोध उसी स्थिति में टाला जाएगा जब कांग्रेस एमबीसी आरक्षण को लेकर अपना रुख स्पष्ट करेगी।
इस दौरान कैप्टन जगराम ने भी कांग्रेस रैली का विरोध करने की बात कहते हुए कहा कि हमें भाजपा—कांग्रेस से सरोकार नहीं, हमें तो आरक्षण चाहिए। इस मौके पर विजय बैंसला, शीशराम मास्टर, वाले पटेल, साहबसिंह, गुड्डू, जोरे पटेल सहित अनेक पंच पटेल मौजूद थे। इस बयान के बाद कांग्रेस में हलकों में हलचल तेज हुई हैं।