29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Online Fraud : लिंक पर क्लिक करते ही खाली हुआ खाता, कार बेचने के लिये ऑनलाइन साइट पर डाला था कार का फोटो

लिंक पर क्लिक करते ही खाते से निकले 20 हजार रुपये।

2 min read
Google source verification
nagarur

online fraud

कटनी/ मध्य प्रदेश में आए दिन ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला सूबे के कटनी में सामने आया। यहां सेकंड हेंड सामान बेचने-खरीदने वाली ऑनलाइन एप OLX पर कार बेचने के लिए उसका फोटो और अपना मोबाइल नंबर डालना एक युलक को भारी पड़ गया। युवक से कार खरीदने के लिए ठग ने खुद को आर्मी का रिटायर्ड अफसर बताते हुए संपर्क किया और कार खरीदने की इच्छा जताई। सायबर ठग ने एडवांस रुपए देने के लिए ऑनलाइन मनी ट्रांसफर Phone Pe एप का नंबर मांगा। जैसे ही कार बेचने वाले युवक ने अपना फोन पे नंबर भेजा, तुरंत ही उसपर एक QR कोड लिंक आ गया। सामने से ठग ने कहा कि, इसपर स्केन कर दें, ताकि कार की एडवांस राशि भेज सकूं। लेकिन, जैसे ही युवक ने QR कोड को स्कैन किया, उसके खाते से तुरंत ही 20 हजार रुपए निकल गए।

पढ़ें ये खास खबर- चोरी का ये तरीका कर देगा हैरान : जिस कैश डिपॉजिट मशीन में लोग रुपए डालते हैं लोग, उसी से लाखों रुपये उड़ा ले गए चोर


रिटार्यर्ड आर्मी अफसर फिर से हुई ठगी की वारदात

इसके बाद सामने जिस आर्मी के रिटार्ड अफसर से युवक की बात हो रही थी, उसकी फोन लाइन भी कट हो गई। इसके बाद उसे एक मैसेज प्राप्त हुआ, जिसमें उसके खाते से रकम निकाले जाने की कंफर्मेशन आई। इसपर युवक ने तुरंत ही रिटर्न फोन किया, लेकिन उसका संपर्क नहीं हो सका। इसपर युवक को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ और उसने तुरंत ही इस संबंध में इसकी शिकायत पुलिस में की। फिलहाल, पुलिस ने शिकायत के आधार अज्ञात सायबर ठग के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।


जांच में जुटी पुलिस ने बताया

मामले की जांच में जुटी रंगनाथ थाना पुलिस के मुताबिक, थाना अंतर्गत वंश स्वरुप वार्ड निवासी संदीप कुमार रजक कार को बेचना चाहता था, इस संबध में उसने अपनी कार का फोटो और अपना नंबर OLX पर अपलोड किया था। युवक के उसी नंबर पर कार खरीदना के संबंध में कॉल आया। कार खरीदने की इच्छा जाहिर करने वाले ठग ने खुद को रिटार्यड आर्मी ऑफिसर बताया था। कार खरीदने की बात कहकर उसके द्वारा एडवांस भेजने के लिए फोन-पे नंबर की मांग की। नंबर भेजने पर फोन-पे पर QR कोड रिक्वेस्ट आई जिसे ठग द्वारा स्कैन करने की बात कही गई। संदीप द्वारा जैसे ही कोड स्कैन किया उसके खाते से तुरंत ही 20 हजार रुपए कट गए।

पढ़ें ये खास खबर- अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस पर 60 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य, लक्की ड्रा से सिलेक्ट होने वालों को मिलेगी TV, फ्रीज, वॉशिंग मशीन


तमाम जागरुकता अभियानों के बावजूद लोगों की लापरवाही ही उन्हें बना रही सायबर ठगी का शिकार

फिलहाल, पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी द्वारा सायबर ठगी से बचने के लिये जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत साइबर ठगों से सावधान रहने की हिदायत दी जा रही है। बावजूद इसके कुछ लोग सावधानी नहीं बरत रहे। पुलिस का मानना है कि, लोगों की लापरवाही ही साइबर ठगी का बड़ा कारण है।

कोरोना वैक्सीन से जुड़े हर सवाल का जवाब - जानें इस वीडियो में