
कटनी. हाल में हुए पंचायत चुनाव में चुने जाने के बाद गांव के विकास की शपथ लेने वाले एक सरपंच ने कुछ ही दिन बाद अड़ीबाजी शुरु कर दी। लेकिन उसकी अड़ाबाजी का खेल ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया और लोकायुक्त की टीम ने उसे धरदबोचा। मामला कटनी जिले का है यहां ढ़ीमरखेड़ा जनपद के खाम्हा गांव के नवनिर्वाचित सरपंच को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा है। सरपंच ने एक व्यक्ति से 4 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी और पहली किश्त में एक लाख रुपए ले रहा था।
नवनिर्वाचित सरपंच रिश्वत लेते पकड़ाया
लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि आवेदक ग्राम खाम्हा निवासी आलोक कुमार ने अपनी मां के नाम पर दर्ज आठ एकड़ जमीन बेची थी। यह जमीन ग्राम पंचायत के अधीन होने के कारण गांव के नवनिर्वाचित सरपंच सुशील कुमार पाल ने जमीन बेचे जाने में अड़ंगा न लगाने के एवज में प्रति एकड़ 50 हजार रुपए व आवेदक आलोक के वर्तमान में यूपी में निवासरत होने के कारण बाहरी होने का हवाला देते हुए शासकीय योजना का लाभ न दिलाने का हवाला देकर चार लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। जिसे 4 किश्तों में एक-एक लाख रुपए देना तय हुआ था। पहली किश्त लेते समय ही सरपंच सुशील कुमार को रंगेहाथों पकड़ा गया है।
फरियादी के घर पहुंचा रिश्वत लेने
सरपंच सुनील पाल के द्वारा 4 लाख रुपए की रिश्वत मांगे जाने के बाद फरियादी आलोक कुमार ने जबलपुर लोकायुक्त में मामले की शिकायत की थी जिसके पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त टीम ने सरपंच को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों धरदबोचा। लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि सरपंच सुनील कुमार पाल शुक्रवार को आवेदक आलोक कुमार के घर पर रिश्वत की पहली किश्त 1 लाख रुपए लेने पहुंचा था और वहीं पर उसे रंगेहाथों पकड़ा गया है।
Published on:
05 Aug 2022 07:38 pm
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