29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Crime News: चेकिंग के दौरान कार में मिली इतनी बड़ी रकम, देखकर पुलिस की फटी रह गई आंखें, राजस्थान के 2 आरोपी गिरफ्तार

Kawardha Crime News: पुलिस रोड रूट पर होने वाले संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत पर लगातार हरकत में है, जिले के सीमावर्ती इलाकों में भी सुरक्षा टाइट कर दी गई है। इसी क्रम में कवर्धा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।

2 min read
Google source verification
Kawardha News

Crime News: कवर्धा जिले में संदिग्ध गतिविधियों और अवैध लेन-देन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कबीरधाम पुलिस लगातार सतर्कता बरत रही है। जिले के सभी थाना क्षेत्रों में नियमित चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में थाना चिल्फी पुलिस ने एक संदिग्ध वाहन से 30 लाख रुपए नगदी बरामद की।

थाना प्रभारी उमाशंकर राठौर ने बताया कि थाना चिल्फी पुलिस द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार गश्त और जांच की जा रही है। इसी अभियान के तहत रविवार को एक संदिग्ध वाहन मारुति ईको कार आरजे 20 सीजे 0793 को रोका गया। वाहन की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान वाहन में रखे बैग और झोले से कुल 30 लाख 17 हजार 500 की नकदी बरामद हुई। इसमें 500 के कुल 5973 नोट, 200 के कुल 55 नोट और 100 के कुल 200 नोट थे।

जाफीर हुसैन निवासी पावर कला कोटा राजस्थान और मोहम्मद अशफाक पावर कला कोटा राजस्थान से नकदी के स्रोत के संबंध में पूछताछ की गई। लेकिन वे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। प्रारंभिक जांच में यह संदेह है कि नकदी अवैध गतिविधियों से संबंधित हो सकती है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।

यह भी पढ़े: CG By Election: चुनाव में नोटों की सप्लाई! कार में मिली इतनी बड़ी रकम, देखकर पुलिस की फटी रह गई आंखें

अवैध रुप से रुपए का परिवहन

इस मामले में कबीरधाम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल ने बताया कि सूचना मिली कि जाफीर हुसैन और मोहम्मद अशफाक नाम के दो व्यक्ति अवैध रुप से रुपए का परिवहन कर रहे हैं। वह जिले की सीमा को क्रॉस कर रहे हैं। इसे लेकर सभी थानों को एलर्ट किया गया। चिल्फी थाने (Crime News) को भी एलर्ट किया गया था जहां पर नाकेबंदी के दौरान इन दोनों व्यक्ति को पकड़ा गया। इन पास से 30 लाख रुपए बरामद हुई है।

रुपए के संबंध में पूछताछ करने पर इन दोनों द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया न ही कोई दस्तावेज प्रस्तुत किया गया। इसके लचते इनकम टैक्स विभाग को सूचना दी गई और आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।