
15 साल से बैगा महिला का पति लापता (Photo Patrika)
CG News: वनांचल में दलाल और ठेकेदार बैगा-आदिवासियों को अच्छी तनख्वा देने के नाम पर तमिलनाडु, गुजरात, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक बोरगाड़ी या फिर मजदूरी पर भेज देते हैं लेकिन उनकी दोबारा सुध ही नहीं लेते। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें बैगा की 15 साल बाद भी वापसी नहीं हो सकी है। ऐसे में उसकी पत्नी ने थाने में लिखित शिकायत की है।
ग्राम पंचायत छिंदीडीह गांव सारपानी की निवासी सनमति पति भादूराम बैगा ने कुकदुर थाना में आवेदन किया कि उसके पति को 15 वर्ष पूर्व बोरगाड़ी से बाहर अन्य राज्य ले गया था, जो अब तक वापस नहीं आ सका है। महिला ने पति की खोजबीन कर लाने और दलाल पर कार्रवाई करने की मांग की। थाना कुकदुर में किए शिकायत में बताया कि उसके पति भादूराम और अन्य साथी को ग्राम नेउर का निवासी ठेकेदार मजदूर ले जाने का काम करता था। पहारी पिता रत्न सिंह पनिका द्वारा ग्राम सारपानी से सात मजदूर कलकत्ता ले गया था बाकी सब लोग आ गए, लेकिन महिला का पति नहीं आया।
नेउर को ठेकेदार जो उसे बोरगाड़ी से अन्य राज्य ले गया था उससे पूछने पर कोई जवाब नहीं देता। उसके पति को घर छोड़े हुए 15 साल बीत चुके हैं, बाजवूद उसका अब तक कोई पता नहीं चला है। आखिरकार महिला थक हाकर कुकदुर थाना पहुंची और शिकायत किया। हालांकि इसके पूर्व भी इस मामले में शिकायत की जा चुकी है, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। वर्षों बाद महिला ने फिर से आवेदन दिया।
ऐसे कामों के लिए वनांचल में दलाल सक्रिय है, लेकिन इनमें सबसे बड़ी बात यह है कि काम दिलाने के बहाने ले जाने वाले कई लोग वापस ही नहीं लौट रहे। वनांचल में सक्रिय इन दलालों की ठाठ देखते ही बनता है। वनांचल में इन दलालों पर कार्रवाई नहीं होने के कारण एक तरह से यह अपराध को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं, जबकि इस पर तुरंत ही कार्रवाई होनी चाहिए।
धमकी दे रहे
शिकायत में महिला ने यह भी बताया कि गांव के कुछ लोग मेरे और परिवार को जान से मारने की धमकी देते हैं कि पुलिस को कुछ मत बताना। वह उसके पति को ढूंढ़कर लाने की बात करते रहे, इसी आस उम्मीद में वह अब तक शिकायत नहीं की थी। महिला अकेले ही मजदूरी कर अपने बच्चों का पालन पोषण कर रही है। इसके चलते ही उन्होंने शिकायत कर ठेकेदार से कड़ी पूछताछ कर उसके पति को ढूंढने की मांग की है।
विभागों की अनदेखी
वनांचल ग्रामाें में हो रहे इस तरह कार्यों पर पुलिस और श्रम विभाग भी अनदेखी कर रहा है। वनांचल में लगातार बोर गाड़ी के माध्यम से युवक, युवती और लोग चले जाते हैं। लंबे समय तक वापस नहीं आते। बाजवूद इनकी सुध नहीं ली जाती। जबकि पलायन करने वालों की सूची बनाई जाती है। कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब लोगों को बंधक बनाकर काम कराया जाता है। कई लोगों का अब तक कोई सूचना नहीं मिल पाया है। आखिर सवाल उठ रहा है उन लोगों को रोजगार दिलाने के नाम पर कहां भेजा जा रहा है। इसकी जानकारी लेने वाला कोई नहीं है। शिकायत होने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।
Updated on:
27 Jun 2025 02:04 pm
Published on:
27 Jun 2025 02:03 pm
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