पीएम के बड़े भाई प्रहलाद दामोदर मोदी एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे कोरबा, पढि़ए खबर मीडिया से चर्चा के दौरान क्या कहा… शनिवार को सड़क से गुजरने के दौरान ग्रामीणों को तेज दुर्गंध आयी। लोग उस दिशा में उस सड़ी हुई चीज को देखने गए। यहां देखकर वे दंग रह गए। लोकड़हा से तिलईडांड के बीच करीब 13 घोड़े सड़ी-गली हालत में गड्ढों में पड़े थे। ग्रामीणों ने बताया कि घोड़ों को मिट्टी से ढंक दिया गया था। इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। वन परिक्षेत्राधिकारी एनसीसी शुक्ला वनकर्मियों के साथ घटना स्थल पहुंचे। इनके द्वारा पशु चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों को बुलाकर मृत घोड़ों का पोस्टमार्टम कराया गया।
दो बोरी में रखे थे 150 किलो पीतल व तांबा, बेचने के लिए खोज रहे थे ग्राहक, पहुंची पुलिस तो उड़ गए होशउल्लेखनीय है कि क्षेत्र में एक भी घोड़े नहीं है और 13 घोड़ों के मृत मिलने पर क्षेत्रवासियों के मध्य चर्चा का विषय बना रहा। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि उक्त घोड़ों को तस्करी कर अन्यत्र ले जाया जा रहा होगा, तबीयत बिगडऩे या वाहन में मृत होने पर इसे जंगल में गाड़ कर तस्कर भाग गए होंगे। पीएम रिपोर्ट आने पर मौत का कारण पता चल सकेगा।
गाज से सात बकरियों की मौत
वहीं पसान क्षेत्र के कुरहारी निवासी मनराज सिंह ने बताया कि वह शनिवार को बकरियों को चराने जंगल लेकर गया हुआ था। इसी बीच तेज बारिश व बिजली चमकने लगी। जैसे तैसे ग्रामीण पशुओं को लेकर वापस लौटना चाहा। पर तेज बारिश व बिजली की चमक से गाज की चपेट में आने से सात बकरियों की मौत हो गई।