26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शिक्षा विभाग को नहीं मालूम नगर निगम क्षेत्र में कितने वार्ड, आरटीई पोर्टल में 67 की जगह 58 दर्शाए गए

-एडमिशन को लेकर फंस गया मामला -अभिभावकों को हो रही परेशानी

3 min read
Google source verification

कोरबा

image

Shiv Singh

May 13, 2018

शिक्षा विभाग को नहीं मालूम नगर निगम क्षेत्र में कितने वार्ड, आरटीई पोर्टल में 67 की जगह 58 दर्शाए गए

कोरबा . शहर में 67 वार्ड हो चुके हैं। लेकिन शिक्षा विभाग को इसकी जानकारी ही नहीं है। शिक्षा विभाग आरटीई के तहत 58 वार्ड के हिसाब से प्रवेश करा रहा है। पोर्टल में नए परिसीमन की जगह पुराने वार्ड शो कर रहे हैं। ऐसे में अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। दरअसल वर्तमान वार्ड के हिसाब से उनका पूरा क्षेत्र ही बदल जा रहा है। अगर वे पुराने वार्ड के हिसाब से आवेदन भी करना चाह रहे हैं तो आधार कार्ड में पता नए वार्ड का है। कुल मिलाकर एडमिशन को लेकर अब मामला फंस गया है।

Read More : भू- विस्थापित सुखराम ने पूछा, अफसर बताए विजय नगर में कहां दी गई बसाहट, बैकफुट पर एसईसीएल प्रबंधन, पढि़ए क्या है मामला...
नौ मई से नि:शुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत एडमिशन के आवेदन करने के लिए पोर्टल खुल चुका है। अभिभावक जैसे ही पोर्टल खोलकर अपने वार्ड पर जा रहे हैं तो जानकारी देख कर दंग हैं। पिछले नगरीय निकाय चुनाव से पहले वार्डों का नए सिरे से परिसीमन किया गया था। जिससे वार्ड 58 से बढ़कर 67 हो चुके हैं। जिससे अब वार्ड की चौहद्दी वार्ड के स्कूल व मोहल्ला तक बदल चुका है। अब ऐेसे में अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। अभिभावक किस वार्ड के हिसाब से आवेदन करें उनको यही समझ में नहीं आ रहा है। अगर पुराने वार्ड के हिसाब से आवेदन भी कर रहे हैं तो आधार कार्ड, पता सहित अन्य जानकारी भी गलत देनी होगी।

9 वार्ड के अभिभावकों को तो आवेदन करने का ही हक नहीं
वार्ड क्रमांक एक से 58 वार्ड के अभिभावक के पास तो आवेदन करने के लिए कुछ गुंजाइश भी है। लेकिन 58 से 67 वार्ड कुल ९ वार्ड के लोगों के पास तो अब आवेदन करने तक का अधिकार नहीं है। पुराने वार्ड के हिसाब से उनके पास दस्तावेज नहीं है और नए वार्ड के हिसाब से पोर्टल में विकल्प नहीं है।

एक माह की देरी की, शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही
इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल पोर्टल में जानकारी अपडेट करने में एक माह की देरी कर दी गई। अब जब पोर्टल खोला गया है तो इतनी बड़ी लापरवाही कर दी गई है। पोर्टल खुले चार दिन हो चुके हैं लेकिन इस बड़ी लापरवाही को अब तक सुधारने के लिए पहल तक नहीं की गई है।

कुछ स्कूल चार से पांच वार्ड में दिख रहे
पोर्टल में ऐसी भी कुछ खामियां है जिससे अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। जिसमें कोसाबाड़ी स्थित ब्लू बर्ड पब्लिक स्कूल वार्ड क्रमांक 6 नई बस्ती में दिख रहा है जबकि स्कूल वार्ड 28 में है। और दिखा रहा 24 वार्ड में। यह स्कूल शहर के पांच से छह वार्डों में दिख रहा है। इसी तरह सरस्वती उमावि सीएसईबी भी चार से पांच वार्ड में दिख रहा है। निर्मला स्कूल सीबीएसई भी तीन वार्डों में दिख रहा है। इससे परेशानी बढ़ गई है कि सीटों में आवेदन अधिक आएंगे जिससे एडमिशन को लेकर ड्रा निकालने की स्थिति पैदा होगी।

कई ऐसे स्कूल जो अपने वार्ड में ही नहीं
कई ऐसे स्कूल भी हैं जो कि अपने वार्ड में नहीं दिख रहे। जैसे की डीडीएम पब्लिक स्कूल वार्ड क्रमांक दो में है लेकिन उक्त स्कूल वार्ड क्रमांक एक से लेकर चार तक कहीं भी नहीं है। इसी तरह कई और स्कूल हैं जो कि अपने वार्ड से या फिर बाहर है या तो उनका नाम ही नहीं बता रहा है। ऐसे में उस क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

डीपीएस एनटीपीसी की सीटें ही नहीं दिख रही
डीपीएस एनटीपीसी को पुराने वार्ड क्रमांक 40 जमनीपाली में पंजीकृत दिखाया जा रहा है। जिले के सबसे बड़े इस स्कूल में एडमिशन को लेकर सबसे अधिक माथापच्ची होती है लेकिन पोर्टल में आरटीई सीट का विवरण अनुलब्ध शो कर रहा है। शिक्षा विभाग का कहना है कि यह त्रुटी कैसे हुई इसकी जानकारी ली जाएगी।

-ऐसी कई त्रुटियां पोर्टल में है जिनको नोट किया जा रहा है। त्रुटियों को ठीक करने कहा जाएगा ताकि अभिभावकों को किसी प्रकार की परेशानी न होने पाए। वार्डों की संख्या मुख्यालय स्तर पर ही अपलोड किए गए थे। विभाग की इसमें गलती नहीं है डीके कौशिक, जिला शिक्षा अधिकारी, कोरबा