
कोरबा. Protest on cot: नगर निगम के प्रशासनिक कार्यालय साकेत भवन से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित कोसाबाड़ी चौक पर जमा बारिश के पानी से लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। पूर्व सभापति के नेतृत्व में खाट पर बैठकर विरोध प्रदर्शन (Protest on cot) किया। सुबह 11.30 बजे से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शाम तक जारी रहा। लोगों के आक्रोश को देखते हुए नगर निगम जेसीबी लेकर पहुंचा और बारिश के पानी की निकासी के लिए कार्रवाई शुरू की गई। इससे आसपास के दुकानदारों के साथ-साथ राहगीरों को काफी राहत मिली है।
नगर निगम की ओर से पूर्व में कोसाबाड़ी चौक के पास नाली का निर्माण किया गया था। यहां से बारिश का पानी वन विभाग के कोसाबाड़ी की तरफ चला जाता था। धीरे-धीरे यह नाली बंद हो गई और अब बारिश के पानी की निकासी के लिए रास्ता नहीं मिल रहा है। इस बीच शहर में हो रही रूक-रूक कर बारिश से कई क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति निर्मित हुई है।
इसमें कोसाबाड़ी भी शामिल है। ढलान होने के कारण आसपास के क्षेत्रों से पानी आकर एकत्र हो जाता है। गुरुवार को भी चौक पर पानी भर गया, इससे चौक पर स्थित एक काम्प्लेक्स की दुकानों के सामने लगभग एक से डेढ़ फीट तक पानी एकत्र हो गया। स्थिति इतनी खराब हो गई कि इससे दुकानदारों को अपना कारोबार करने में भी परेशानी होने लगी।
सामने की सडक़ से गुजर रही तेज रफ्तार गाडिय़ों के चलने से पानी के छींटे दुकानों तक पहुंच रही थी, इससे दुकानदारों का गुस्सा फूट पड़ा।
दुकानदारों ने नगर निगम के पूर्व सभापति रामनारायण सोनी के नेतृत्व में चौक के करीब खाट निकालकर पानी में बैठ गए। उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। साथ देने के लिए क्षेत्र के पार्षद के पति भी पहुंचे। पूर्व सभापति रामनारायण ने बताया कि हर साल बारिश में यहां जल जमाव की स्थिति निर्मित होती है।
नगर निगम के अधिकारियों को कई बार जानकारी दी गई, लिखित में भी शिकायत कर कार्यवाही के लिए कहा गया। लेकिन उन्होंने कार्यवाही नहीं की। महापौर ने भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही नगर निगम का अमला सक्रिय हुआ। निगम के कर्मचारी जेसीबी लेकर स्थल पर पहुंचे। उन्होंने धरना पर बैठे लोगों से बातचीत की और पानी निकासी को लेकर कार्यवाही शुरू की।
जमा हुए पानी को निकालने के लिए रास्ते बनाए गए। निगम की ओर से देर शाम तक यह कार्यवाही जारी रही। धीरे-धीरे चौक पर एकत्र पानी निकलने लगा। इससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है। हालांकि लोगों ने पानी की निकासी को लेकर स्थाई व्यवस्था करने की मांग की है ताकि यहां पानी जमा नहीं हो सके।
Updated on:
03 Aug 2024 11:03 am
Published on:
02 Aug 2024 06:53 pm
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