
'टॉपिक ऑफ द डे
अगर आप के पास भी शहर से जुड़े किसी मुद्दे पर अपने विचार या सुझाव रखना चाहते हैं, तो आप भी कोरबा पत्रिका के टीपी नगर स्थित कार्यालय में संपर्क कर अपने विचार व सुझाव रख सकते हैं।शहर से जुड़े सभी सरोकार आम लोगों तक पहुंचाने के लिए पत्रिका परिवार दृढ़ संकल्पित है।
बुधवार को कोरबा पत्रिका कार्यालय में ऊर्जाधानी में खेलों की स्थिति पर चर्चा की गयी खेल शिक्षक आरके पांडेय से। कोरबा में बड़ी संख्या में सरकारी व गैर सरकारी स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा खेल संस्थाएं भी बच्चों को खेलकूद के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। यहां के बच्चे कई प्रतिस्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल तक जीत चुकी हैं।
छात्राएं भी कम नहीं हैं और कबड्डी जैसे खेल में आगे बढ़ रही हैं। लेकिन शहर में सबसे बड़ी समस्या खेल मैदानों की कमी है और जो खेल मैदान हैं, उनमें साफ-सफाई नहीं है, बल्कि यूं कहें कि ये खेल मैदान का उपेक्षा के शिकार हो चुके हैं। केन्द्र सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया नाम से खेल स्पर्धा का अभियान चला रही है। इस अभियान के अंतर्गत कई प्रकार की स्पर्धाएं आयोजित की गयी हैं।
खेल शिक्षक पंाडेय ने विद्यार्थियों के लिए खेल को जरूरी बताया। इनका कहना है कि स्वस्थ रहने के लिए खेल जरूरी है। जिन स्कूलों में प्ले ग्राउंड नहीं है ? इस सवाल पर पंाडेय का कहना है कि उन स्कूलों को चाहिए कि वे प्रशासन की अनुमति लेकर नजदीक के पार्क या सार्वजनिक स्थान पर बच्चों को व्यायाम व खेलकूद कराएं।
Updated on:
18 Jan 2018 05:45 pm
Published on:
18 Jan 2018 03:21 pm
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