
CG News: कोरिया वनमंडल के बैकुंठपुर और खड़गवां क्षेत्र में 46 हाथियों के विचरण करने से धान फसल नुकसान को लेकर किसान चिंतित हैं। मामले में डीएफओ प्रभाकर खलखो सहित वन अमला मौके पर जायजा लेने पहुंचा। साथ ही आबादी की ओर आने से हाथियों को रोकने जगह-जगह बेरिकेड्स लगाकर वनकर्मियों को तैनात किया गया है।
जानकारी के अनुसार वनपरिक्षेत्र खड़गवां के सर्किल सकड़ा बीट देवाडाड़ में कटघोरा वनमंडल के जंगल से 35 हाथियों का दल आया है। सोमवार को सुबह 7 बजे देवाडांड़ के जंगल में कक्ष क्रमांक 622 में विचरण करता नजर आया है और जंगल में विश्राम कर रहा है। हालांकि दिनभर हाथी जंगल में डेरा जमाए हुए हैं। जो रात को बस्ती की ओर रुख करते हैं। फिलहाल जनहानि नहीं हुई है। वहीं कुछ किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। जिसका वन अमला आंकलन करने में जुटा हुआ है।
वन विभाग के मुताबिक हाथी प्रभावित ग्राम बेलकामार, मंगोरा, कटकोना, भुस्कीडांड़, जरौंधा, सकड़ा में कर्मचारी तैनात हैं। मामले में कोड़ा, सकड़ा एवं कटघोरा वनमण्डल की ओर जाने की संभावना है। वन कर्मचारी सतत निगरानी कर रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने की समझाइश दी गई है।
जानकारी के अनुसार वनपरिक्षेत्र बैकुंठपुर के सर्किल के जूनापारा बीट में 11 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। जो सप्ताहभर से कंदाबारी सहित आसपास एरिया में विचरण कर रहा है। सोमवार को सुबह 9.20 बजे जूनापारा जमटीपानी में डेरा जमाया हुआ है। हालांकि पशु, मकान, जनहानि नहीं हुई है।
किसानों की फसलों के नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। वन विभाग के मुताबिक हाथी प्रभावित ग्राम सलबा करीलधोवा, मजबंधा, भंडार पारा, जूनापारा क्षेत्र के ग्रामीणों को एलर्ट किया गया है। ग्रामीणों को हाथी के आसपास नहीं जाने एवं सुरक्षित स्थान पर रहने समझाइश दी गई है। आस पास के ग्रामों में हाथी विचरण को लेकर मुनादी भी कराई गई है। हाथियों का दल मेन रोड क्रॉस करने के बाद बिशुनपुर होकर बांधपारा, दुर्गापुर जाने की संभावना है।
हाथियों के दल की लगातार निगरानी की जा रही है। जगह-जगह वन अमला तैनात है। जरूरत के हिसाब से बेरिकेड्स लगाए गए हैं। ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने समझाइश दी गई है। साथ ही हाथी प्रभावित गांवों में मुनाई कराई गई है।
Updated on:
26 Nov 2024 01:59 pm
Published on:
26 Nov 2024 01:55 pm
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