पूनम ने पुलिस अधिकारी से कहा, दीदी जिन्होंने मेरा ये हाल किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई कराओ। पुलिस अधिकारी ने अपना घर संस्थान के सचिव मनोज जैन आदिनाथ से कहा कि आप लिखित में एक शिकायत दें, हम कार्रवाई अवश्य कराएंगे।
आदिनाथ ने आईपीएस अधिकारी से कहा कि मैडम आप स्वयं डॉक्टर होने के साथ महिला एवं पुलिस अधिकारी भी हैं। इसलिए आप पीड़ा को समझ सकती हैं। अपना घर आश्रम की ओर से भी पूनम की सेवा के लिए नर्सिंग स्टॉफ व आया लगा रखी है।
ये वो पूनम कँवर है जिसे 12 जुलाई को लावारिस अवस्था में अधूरे उपचार के बाद कोटा के नयापुरा स्थित महाराव भीम सिंह अस्पताल से अस्पताल कर्मियों ने डिस्चार्ज कर अपना घर टीम को थमा दिया था।
अपना घर आश्रम संस्था द्वारा 13 जुलाई को ही पूनम कँवर को पुनः मेडिकल कॉलेज में दिखाया गया जहाँ डॉ. राजेश गोयल की देखरेख में अस्थिरोग वार्ड में भर्ती कर उपचार प्रारंभ हुआ। मामला सुर्खियों में आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय एवं जिला प्रशासन द्वारा भी डॉक्टर्स को विशेष हिदायत दी गयी
पूनम कँवर के जहाँ हीमोग्लोबिन की मात्रा मात्र 5 प्रतिशत थी रक्त यूनिट चढ़ाने के बाद वो भी 10 प्रतिशत हुई साथ ही प्रोटीन आदि की मात्रा बढ़ाने,घांवो की देखरेख मरहम पट्टी एवं फिजियोथेरेपी के बाद आये सुधार के बाद आज पूनम कँवर पहली बार बैठी।