प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों को राजस्थान अभियांत्रिकी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए पहले रीप-2019 में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। 25 मई तक रजिस्ट्रेशन कराने वाले कॉलेजों को ही एडमिशन नोडल एजेंसी सीईजी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल करेगी। कॉलेजों की संख्या और उपलब्ध सीटों का आंकड़ा इक_ा होने के बाद विद्यार्थी 30 मई से 30 जून तक दाखिले के लिए आवेदन कर सकेंगे। प्रदेश में दो तकनीकी विश्वविद्यालय होने के बाद पहली बार दाखिला प्रक्रिया आयोजित की जा रही है।
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चार महीने चलेगी प्रवेश प्रक्रिया
इस बार इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया करीब चार महीने तक चलेगी। रीप स्टेट कॉर्डिनेशन कमेटी के मुताबिक पहले राउंड में विकलांग, एक्स सर्विसमैन और बाहरी राज्यों के छात्रों को दाखिले का मौका दिया जाएगा, जबकि दूसरे राउंड में राजस्थान के छात्रों के दाखिले होंगे। वहीं तीसरे राउंड में पहले और दूसरे राउंड में दाखिला लेने वाले छात्रों को अपवर्ड मूवमेंट का मौका मिलेगा। इसके बाद भी यदि सीटें खाली रह जाती हैं तो चौथे राउंड की काउंसलिंग आयोजित कर इन सीटों पर दाखिले दिए जाएंगे। बड़ी बात यह है कि पहले तीन राउंड की काउंसलिंग में चयनित हो चुके छात्र भी यदि इन सीटों पर दाखिला लेना चाहेंगे तो वह अपना पिछला एडमिशन रद्द करा स्पेशल राउंड की काउंसलिंग में शामिल हो सकेंगे। 14 अगस्त को स्पेशल राउंड में सलेक्टेड कैंडिटेट की रिपोर्टिंग के साथ चार महीने तक चलने वाली प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
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खाली रह गईं थी तिहाई सीटें
शैक्षणिक सत्र 2018-19 के दौरान राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध 68 इंजीनियरिंग कॉलेजों में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने 27,349 सीटों की सेंक्शन दी थी, लेकिन रीप-2018 के जरिए सिर्फ 12,182 सीटें ही भरी जा सकीं, जबकि बीकानेर तकनीकी विवि से संबद्ध 33 इंजीनियरिंग कॉलेजों में परिषद ने 11,472 सीटें सेंक्शन की थी, जिसमें से सिर्फ 3130 पर ही दाखिले हो सके।