
कोटा .
भामाशाह मंडी प्रशासन द्वारा रात 11 से सुबह 6 बजे तक मंडी गेट बंद रखने के विरोध में किसान प्रतिनिधियों ने मंडी सचिव का घेराव कर गेट रात में भी खुला रखने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि मंडी प्रशासन ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो सोमवार से भामाशाहमंडी को अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिया जाएगा।
किसान मोर्चा के प्रदेशमंत्री मुकुट नागर ने बताया
भामाशाह मंडी में हाड़ौती सहित मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों से विभिन्न कृषि जिंसों की आवक होती है। किसान रात-रात भर चलकर मंडी में उपज बेचने आता है। इनका मंडी पहुंचने का समय निर्धारित नहीं होता। यहां आकर भी उसे गेट बंद मिले तो बाहर ही रात गुजारनी पड़ती है।
जिलाध्यक्ष राकेश चौहान ने बताया कि मंडी की सिक्यूरिटी पर हर माह 5 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वहीं चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। इसके बावजूद भी मंडी में चोरियां हो जाए। असामाजिक तत्व प्रवेश कर जाए तो फिर लाखों रुपए खर्च करने का कोई मतलब नहीं। इस दौरान प्रदेश मंत्री रमेश पाटीदार, जिला महामंत्री शिवराज यादव, दीनू बंजारा, पूर्व जिलाध्यक्ष रामलाल माली, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र त्रिपाठी, शंकरलाल सुमन, योगेश सामरिया, हेमराज जोशी आदि उपस्थित थे।
कोटा भामाशाह मंडी सचिव डॉ. आरपी कुमावत का कहना है कि अभी ऑफ सीजन है, माल भी नहीं आ रहा। व्यापारिक संस्था ने भी लिखकर दे दिया है। तब गेट बंद का निर्णय किया है। सीजन शुरू होते ही गेट खोल दिया जाएगा।
Published on:
09 Jan 2018 10:06 pm
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