शहर में कई पुलिस चौकियां जर्जर भवनों में संचालित हंै। बारिश के चलते इनकी छतें टपक रही है। कई जगह प्लास्टर उखड़े हैं तो कई जगह दीवारों में दरारें हैं। बरसाती पानी व सीलन के चलते दीवारों में करंट तक आने का खतरा रहता है। संवाददाता ने शहर में संचालित कुछ पुलिस चौकियों में जाकर देखा तो यह हाल नजर आए।
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फाइलें-दस्तावेजों की दिक्कत पुलिसकर्मियों को इन चौकियों में रखे दस्तावेज व फ ाइलें आदि बरसात के पानी से बचाने के लिए भी भारी मशक्कत करनी पड़ती है। पुलिस के आला अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं। मरम्मत नहीं होने से पुलिसकर्मियों को हर वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है। लेकिन अधिकारियों के सामने बोल नहीं पाने की मजबूरी के चलते इसी आशंका के बीच काम करने को मजबूर हैं।
1. बरसात में चौकी में भर जाता पानी न्यू क्लॉथ मार्केट स्थित चौकी पूरी तहर से जर्जर हो रही है। छत से कभी सीमेंट गिरता है तो कभी छज्जा टूट कर गिर जाता है। बारिश के दिनों में चौकी में पानी भर जाता है। ऐसे में पुलिस कर्मियों को पानी के बीच ही बैठकर काम करना पड़ता है।
2. छत टपकती है, भीगता सामान लाड़पुरा चौकी की हालात भी ठीक नहीं। बारिश आने के साथ ही यहां पुलिसकर्मी की दौड़भाग शुरू हो जाती है। अपने सामनों को बरसाती पानी से भीगने के लिए बचाने के लिए इन्हें मशक्कत करनी पड़ती है। यहां छतों से पानी टपकता है। दीवारों में सीलन के कारण कई बार तो सीमेंट भी गिरता है।
3. नई चौकी में ‘टपका, पुरानी में करते काम बडग़ांव चौकी की जर्जर अवस्था होने के कारण यहां नई चौकी भवन का निर्माण करवाया गया था। लेकिन जब इसकी स्थिति देखी तो नई से तो पुरानी ही चौकी ठीक हालात में लग रही थी। नई चौकी में लगाया गया फर्श पूरी तरह से उखड़ चुका है। कमरें में पानी टपकता है। ऐसे में पुलिसकर्मी पुरानी चौकी में ही काम कर रहे हैं। हालांकि पुरानी चौकी में भी कई जगह से पानी टपकता है।