
कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में 10 दिन पहले पत्नी की हत्या कर फरार हुए किशोरीलाल को पुलिस ने केमपुरा कबीरपंथी आश्रम मुरैना मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया।
कोटा।
कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में 10 दिन पहले पत्नी की हत्या कर फरार हुए वनविभाग में वनपाल पद से सेवानिवृत्त किशोरीलाल (62) पुत्र मंगलाराम बैरवा निवासी सकतपुरा को कुन्हाड़ी पुलिस ने केमपुरा कबीरपंथी आश्रम मुरैना मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनन्त कुमार ने बताया कि हत्या करने के बाद आरोपी किशोरीलाल ने अपना हुलिया बदल लिया था। उसने साधु वेश धारण कर सफेद कपड़े पहन लिए और बाल भी कटा लिए थे।
आरोपी सवाई माधोपुर व गंगापुर सिटी होते हुए चंबल नदी को पार कर मध्य प्रदेश पहुंच गया और वहां के मुरैना जिले में स्थित कबीरपंथी आश्रमों में शरण ले ली थी। किशोरीलाल वहां रूटीन काम सफाई, सब्जी बनाना और अन्य कार्य करने लग गया था। इसके हुलिया बदलने से पकडऩे में भी परेशानी आ रही थी। एेसे में उसके परिजनों को ले जाकर उसकी पहचान करवाई गई।
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दस दिन दो पुलिस कार्मिकों ने किया पीछा
उप अधीक्षक शिव भगवान गोदारा ने बताया कि कुन्हाड़ी थाने के कॉन्सटेबल नरेंद्र और रामेश्वर ने उसका पिछले 10 दिनों से पीछा कर रहे थे। किशोरी लाल 11 अगस्त को पत्नी की हत्या के तुरंत बाद ऑटो से सीधा स्टेशन पहुंचा। उसने गंगापुर की ट्रेन पकडऩी थी, लेकिन सीधी ट्रेन नहीं होने से उसने सवाईमाधोपुर की ट्रेन पकड़ ली। वहां उसने हुलिया बदल लिया।
देर रात वह अपने परिचित के घर गंगापुर पहुंचा, लेकिन कोटा पुलिस ने पहले ही वहां सूचना दे दी थी। एेसे में परिचितों ने उसे वहां रूकने नहीं दिया। परिचितों ने पुलिस को पुलिस को उसके बदलने की जानकारी। इसके आधार पर उसकी पड़ताल में सामने आया कि वह नाव से नदी पार कर एमपी में चला गया है।
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सब कुछ गलत बताया
सीआई श्रीचंद ने बताया कि आरोपित आदतन शराबी किशोरीलाल ने आश्रम में नाम, पता और यहां आने का कारण भी छुपा लिया था। साथ ही कुछ दिनों में वह आश्रम भी बदल देता था। उसने यह भी नहीं बताया कि वह हत्या कर आया है, केवल बताया कि उसके घर में कुछ छोटा विवाद हो गया है। पुलिस उसका पीछा करती हुई पुछड़ी कबीरपंथी आश्रम में होने जानकारी मिली, इसके डुंगरपुर गांव में उसके भेष बदल राधेश्याम बाबा बनकर रहना सामने आया।
चाकू से गला काट हो गया था फरार
किशोरीलाल ने 11 अगस्त को पत्नी राजकुमारी की चाकू से गला काटकर फरार हो गया था। प्रत्यक्षदर्शी मृतका का देवर पन्नालाल चीख सुनकर ऊपर कमरे में पहुंचा और घायल को लेकर एमबीएस अस्पताल पहुंचा, लेकिन तब तक उसका दम टूट चुका था।
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कान भी काट चुका था
मृतका के बेटे नवीन व बेटी लक्ष्मी ने पुलिस को बताया कि पिता एक साल पहले ही रिटायर्ड हुए थे। वे आए दिन मां से मारपीट करते थे। हम बचाने की कोशिश करते तो वे हमसे भी मारपीट करते थे। एक बार तो उन्होंने मां का कान काट लिया था और हाथ तोड़ दिया था।
लगा था पुलिस पर लापरवाही का आरोप
मृतका के बेटे नवीन व बेटी लक्ष्मी ने आरोप लगाया कि थाने में शिकायत दी तो पुलिस वालों ने यह कहकर टाल दिया कि तुम्हारे घर का मामला है तुम खुद ही निपट लो। पुलिस सुनवाई कर लेती और पिता के खिलाफ कार्रवाई करती तो आज हमारी मां की जान नहीं जाती।
Published on:
20 Aug 2017 09:33 pm
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