स्मार्टफोन बाजार पर भी ‘कोरोना अटैक’ ,करोड़ों के नुक्सान की आशंका कई बार ट्रेन से मवेशी कट जाते हैं तो मन खराब हो जाता और उसे इंजन से खुद ही बाहर निकालना पड़ता है, लेकिन अब आदत हो गई है। किसी कार्य के लिए पुरुष या महिला होना महत्वूपर्ण नहीं है, बल्कि उसे सही तरीके से करने की इच्छा शक्ति मजबूत होना जरूरी है। गार्ड खुशबू नारोलिया और आकांक्षा चौहान का कहना है कि इस कार्य में महिला और पुरुष दोनों के लिए समान चुनौती हैं।
अंटाघर, एरोड्राम, गोबरिया बावड़ी सर्किल पर नहीं लगेंगे ब्रेक जंगल में जब ट्रेन खड़ी होती तब गार्ड का डिब्बा सबसे पीछे होता है, ऐसे में कई बार डिब्बे से नीचे उतरकर भी ट्रेन का परीक्षण करना पड़ता है। ऐसे में कई तरह के जोखिमों का सामना करना पड़ता है। वहीं कामनी सिंह सिकरवार स्टेशन उपाधीक्षक के रूप में ट्रेनों के परिचालन का कार्य देख रही हैं। उन्होंने कहा, यह यात्रियों की सेफ्टी से जुड़ा कार्य है, इसलिए बहुत ध्यान से करना पड़ता है।