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जेईई एडवांस के टॉपर बोले, जब तक कोई डाउट क्लीयर नहीं हो जाता, नींद नहीं आती थी..

locationकोटाPublished: Jun 14, 2019 05:29:12 pm

Submitted by:

Rajesh Tripathi

जेईई एडवांस का रिजल्ट आने के बाद कोटा में खुशियों के ढोल बज रहे हैं

kota news

जेईई एडवांस के टॉपर बोले, जब तक कोई डाउट क्लीयर नहीं हो जाता, नींद नहीं आती थी..

आईआईटी रुड़की ने जेईई एडवांस 2019 का रिजल्ट जारी कर दिया है। परीक्षा में कार्तिकेय गुप्ता ने टॉप किया है। परीक्षा में भाग लेने वाले परीक्षार्थी जेईई की वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर रिजल्ट व रैंक डाउनलोड कर सकते हैं। लेकिन अभी रिजल्ट का लिंक खुल नहीं रहा है। स्टूडेंट्स परेशान हैं। जेईई एडवांस का रिजल्ट आने के बाद कोटा में खुशियों के ढोल बज रहे हैं
डाउट क्लीयर किए बिना सोता नहीं था
कार्तिकेय गुप्ता, मुम्बई
जेईई एडवांस्ड : एआईआर-1
पिता- चन्द्रेश गुप्ता, जनरल मैनेजर (पेपर इण्डस्ट्री)
मां- पूनम गुप्ता, गृहिणी
इंस्टीट्यूट – एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम स्टूडेंट कार्तिकेय गुप्ता ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा-2019 में ऑल इंडिया प्रथम रैंक प्राप्त की है। महाराष्ट्र के छोटे से कस्बे चंद्रपुर निवासी कार्तिकेय इससे पहले जेईई मेन परीक्षा में 100 पर्सेन्टाइल स्कोर कर ऑल इंडिया 18वीं रैंक की तथा महाराष्ट्र स्टेट का सैकंड टॉपर रहा। इसी वर्ष 12वीं कक्षा 93.7 प्रतिशत अंकों से उत्त्तीर्ण की। कार्तिकेय ने बताया कि आईआईटी मुम्बई में सीएस ब्रांच मिलने को लेकर निश्चिंत था लेकिन, ऑल इंडिया टॉप करूंगा, ऐसा नहीं सोचा था। मैं वर्ष 2017 से एलन में अध्ययनरत हूं। यहां टीचर्स स्टूडेंट्स के साथ काफी मेहनत करते हैं। स्टूडेंट का लक्ष्य होता है आईआईटी में जाना और फैकल्टीज का लक्ष्य होता है स्टूडेंट को जेईई में सफलता दिलाना। पढ़ाई के दौरान कोई भी डाउट्स हो, टीचर्स हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे। अच्छे पढ़ने वाले दोस्त यहां मिले, पढ़ाने वाले ऐसे शिक्षक मिले जो पूरे देश में कहीं उपलब्ध नहीं होते। एलन में आने के बाद मेरी स्ट्रैन्थ काफी बढ़ गई। नियमित रूप से रेगुलर क्लास के अलावा 6 से 7 घंटे का शेड्यूल बनाकर सेल्फ स्टडी करता था। खुद का एनालिसिस करने के लिए मॉक टेस्ट भी देता था। परफॉर्मेन्स में सुधार के लिए एलन में होने वाले वीकली टेस्ट भी देता था। सबसे मुख्य बात थी कि मैं रोजाना पढ़ाई के दौरान जो डाउट्स आते थे, उन्हें उसी दिन क्लीयर करता था। डाउट क्लीयर करने के बाद ही मैं रात को सोता था।

शांत दिमाग रहकर पढ़ाई करें
मैं स्टूडेंट्स से कहना चाहूंगा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए शांत दिमाग रखकर तैयारी करें। आपका मुकाबला खुद से है। पढ़ाई को एंजॉय करें। जो भी विषय पढ़े, उसे मन से पढ़ें। सबसे मुख्य बात है टीचर्स की गाइडलाइंस को फॉलो करना। रेगुलर क्लास के बाद डेली का होमवर्क कम्पलीट करें। इससे डाउट्स सामने आते हैं और रिवीजन भी अच्छे से होता है। बेहतर होगा कि रोजाना की पढाई के लिए प्लानिंग करें। लगातार बैठकर पढ़ाई नहीं करे। प्रत्येक दो घंटे के बाद खुद को रिलैक्स करें। सोशल मीडिया इस्तेमाल नहीं करता। की-पेड वाला फोन इस्तेमाल किया।

रामानुजन मेरे आदर्श
महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन मेरे आदर्श हैं, क्योंकि उन्होने काफी कम संसाधनों व सुविधाओं में गणित विषय के लिए जो योगदान किया, वो अतुलनीय है। आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से इंजीनियरिंग करने का मेरा सपना अब साकार होने जा रहा है। मैं वर्ष 2017 व 2018 में केवीपीवाय क्वालिफाई कर चुका है। इसके अलावा आईएनपीएचओ, आईएनसीएचओ, आईएनएओ एवं आईएनजेएसओ क्वालिफाइड हूं। पिता चन्द्रेश गुप्ता पेपर इण्डस्ट्री में जनरल मैनेजर और मां पूनम गुप्ता गृहिणी है। मम्मी-पापा का पढ़ाई के दौरान काफी सपोर्ट मिला। चन्द्रपुर से लगातार मुझसे संपर्क में रहते थे। बड़ा भाई भारतीय विद्या भवन सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मुम्बई से सीएस ब्रांच में इंजीनियरिंग कर रहा है।

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