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Now KDA in Kota : कोटा को मिली केडीए की सौगात, कोटा बोला, धन्यवाद पत्रिका

राजस्थान पत्रिका के अभियान को मिली बड़ी सफलता, बजट में कोटा को मिली बड़ी सौगात, कोटावासियों ने मनाया जश्न

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Now KDA in Kota : कोटा को मिली केडीए की सौगात, कोटा बोला, धन्यवाद पत्रिका

Now KDA in Kota : कोटा को मिली केडीए की सौगात, कोटा बोला, धन्यवाद पत्रिका

कोटा.
सुनियोजित और बड़े क्षेत्र के विकास के लिए शिक्षा नगरी कोटा में अब विकास प्राधिकरण (Kota Development Authority - KDA ) गठित होगा। मुख्यमंत्री ने बजट में इसकी घोषणा कर दी है। राजस्थान पत्रिका ने इसको लेकर अभियान चलाया था। इसका कोटा की जनता ने भी समर्थन किया और अब यह सौगात कोटा को मिलेगी। कोटा में 3 हजार करोड़ के विकास कार्य चल रहे हैं और आबादी का क्षेत्र काफी बढ़ गया है। समय-समय पर मास्टर प्लान में भी बदलाव की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में विकास प्राधिकरण के गठन की जरूरत को समझते हुए राजस्थान पत्रिका (Rajasthan Patrika ) ने कोटा की यह आवाज उठाई। इसमें नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal ) ने कोटा के नागरिकों की भावनाओं को देखते हुए इसके गठन पर सहमति जताई।

कोटा में विकास प्राधिकरण का गठन होने के बाद केन्द्र और राज्य के अन्य विभागों के डिपोजिट वर्क भी कराए जा सकेंगे। इससे लोक महत्व की बड़ी योजनाएं समय पर मूर्त रूप ले सकेंगी। मास्टर प्लान में संशोधन और बड़ी योजनाओं की स्वीकृति के लिए राज्य सरकार पर निर्भरता कम होगी।

आसपास के गांव शामिल हो सकेंगे-
कोटा विकास प्राधिकरण (KDA) का गठन होने पर कोटा जिले के कई नए गांव इसकी सीमा शामिल हो सकेंगे। ऐसे में उन क्षेत्रों में भी आधारभूत विकास योजनाएं मूर्त रूप ले सकेंगी। कोटा में नए ग्रोथ जोन बनाया जाना पहले ही प्रस्तावित है। कोटा विकास प्राधिकरण में चार जोन बनाए जा सकते हैं।


नए पद सृजित होंगे-
अतिक्रमण हटाने और नियमों की पालना के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के पद सृजित होंगे। सचिव के अलावा आयुक्त का पद भी सृजित होगा। पर्याप्त जाप्ता उपलब्ध रहेगा।

इसलिए कोटा को केडीए की सौगात (KDA)-

-मास्टर प्लान के अनुसार 2031 के अनुसार दस साल बाद कोटा की आबादी 21 लाख होने का अनुमान है।
-मास्टर प्लान में नए हवाई अड्डे, तीन नए बस स्टैण्ड सहित विभिन्न सुविधाओं के लिए भूमि प्रस्तावित की गई है।

-दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वेे भी कोटा के पास से गुजर रहा है। इसलिए कोटा की आर्थिक उन्नति के द्वार खुलेंगे।
-2031 तक इसमें रानपुर व शंभुपुरा को ग्रोथ सेन्टर के रूप में घोषित किया जाएगा। इन्हें पृथक योजना क्षेत्र माना जाएगा।

केडीए से ऐसे बढ़ जाएगी कोटा की ताकत-

-स्थानीय स्तर अधिकारियों की स्वीकृति की लिमिट बढ़ जाएगी। आय-व्यय का बजट भी बढ़ जाएगा।
-आयुक्त का पद सृजित होगा, ऐसे में हमेशा आईएएस अधिकारी तैनात रहेगा।

-सचिव का पद रहेगा, जोनल के हिसाब से उपायुक्त के पद सृजित होंगे।
-प्राधिकरण में शामिल होने वाले गांवों में भी शहर की तरह विकास कार्य होंगे।

-प्राधिकरण का खुद का पुलिस थाना होगा। पुलिस दल-बल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करना आसान होगा।

कोटा यूआईटी का वर्तमान मजबूत पक्ष-
-यूआईटी के पास पर्याप्त लैंड बैंक है।

-कई प्रगतिशील आवासीय योजनाएं हैं।
-यूआईटी के पास बड़ा कार्यालय भवन है।

-यूडीएच में मंत्री Shanti Dhariwal भी कोटा से ही हैं।
-अन्य शहरों की तुलना में आय-व्यय क्षमता में आगे हैं।

-कोटा के तीसरे मास्टर प्लान 2031 में कोटा जिले के 115 गांव व बूंदी जिले के 11 राजस्व गांव भी शामिल हैं।

KDA For Kota : Fact & Figure
कोटा में अभी 2031 तक का मास्टर प्लान लागू है
119 गांव शामिल हैं यूआईटी की सीमा में
15716 एकड़ आवासीय भू उपयोग क्षेत्रफल है अभी
42570 एकड़ आवासीय क्षेत्रफल होगा 2031 तक
1992 एकड़ आवासीय क्षेत्र रानपुर ग्रोथ जोन में विकसित होगा
728 एकड़ आवासीय क्षेत्र शंभूपुरा ग्रोथ सेन्टर में विकसित होगा

निर्णय के अधिकार बढ़ेंगे-
विकास प्राधिकरण के पास निर्णय संबंधित अधिकार यूआईटी से ज्यादा होते हैं। बहुत से मामले राज्य सरकार के पास भेजने की आवश्यकता नहीं होती। प्राधिकरण में जोन आधारित व्यवस्था होती है। पुलिस अधिकारी, इंजीनियर और विधि से जुड़े सीनियर अधिकारियों के पद सृजित होंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि मास्टर प्लान में कोई बदलाव करना होता है तो विकास प्राधिकरण के स्तर पर ही प्रक्रिया हो जाती है।

-उज्ज्वल राठौड़, सचिव, जयपुर विकास प्राधिकरण

पत्रिका बनी आवाज-

राजस्थान पत्रिका के समाचार अभियान के चलते कोटा को विकास प्राधिकारण की सौागात मिली है। अब सरकार को जल्द इसका अच्छा एक्ट बनाना चाहिए, जिनमें जनता को कोई परेशानी नहीं हो, ऐसे प्रावधान रखे जाने चाहिए। जनता को अनावश्यक चक्कर काटने नहीं पड़े, ऐसी व्यवस्था केडीए के माध्यम से देने का प्रयास करना चाहिए।

-संदीप शर्मा, विधायक, कोटा दक्षिण
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केडीए की घोषणा ऐतिहासिक-
कोटा के लिए विकास प्राधिकरण की घोषणा शहर के विकास की दिशा में ऐतिहासिक निर्णय है। वहीं बजट में राजस्थान राज्यकर्मियों के लिए 2004 से पहले वाली पेंशन योजना बहाल करने के रूप में बड़ी सौगात मिली है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को वेतन की 50 प्रतिशत पेंशन मिलेगी।
-पंकज मेहता, उपाध्यक्ष, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड

पत्रिका याद दिलाती रही-
कोटा यूआईटी को विकास प्राधिकरण में तब्दील करने की घोषणा अच्छी है। पत्रिका समय-समय पर इस विषय की ओर ध्यान आकर्षित करती रही है। चिकित्सा, शिक्षा और अन्य कई क्षेत्रों में विकास की नई घोषणाएं हुई है। बजट घोषणाओं में जनता की प्राथमिकताओं का ध्यान रखा है। विकास प्राधिकरण से कोटा के विकास में चार चांद लगेंगे।

-डॉ. जफर मोहम्मद, पीसीसी सदस्य
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राजस्थान पत्रिका की पहल पर कोटा को केडीए की सौगात मिलने जा रही है। इसके लिए नया एक्ट बनेगा। इसमें जनभावनाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए। इस पर जल्द कार्य शुरू होना चाहिए ताकि आगामी वित्तीय वर्ष में यह घोषणा मूर्त रूप ले सके। पत्रिका का बहुत-बहुत धन्यवाद।
-वैभव सिंघल, कर अधिवक्ता

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कोटा को केडीए की सौगात पर यह बोले कोटावासी-
राज्य बजट घोषणा में कोटा विकास प्राधिकरण की घोषणा से शहर के हर वर्ग के चेहरे पर खुशी छा गई। पत्रिका का इसमें काफी योगदान रहा। इससे शहर के विकास के द्वार खुलेंगे। रोजगार बढ़ेंगे और कोटा की अलग से पहचान होगी।
- शनि कश्यप, इलेक्ट्रीक इंजीनियर

राज्य बजट में कोटा विकास प्राधिकरण की घोषणा से शहर में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। विकास के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। राजस्थान पत्रिका का धन्यवाद। पत्रिका की मुहिम रंग लाई। पत्रिका की वजह से ही कोटा में केडीए आया।

- राममीणा, विद्यार्थी

कोटा महानगर का रूप लेता जा रहा है। कोटा में केडीए जरूरी था। राजस्थान पत्रिका ने प्रिंट व सोशल मीडिया के माध्यम से एक अभियान चलाया और आज राज्य बजट में इसकी घोषणा से यह सार्थक साबित हुआ। इससे शहर में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।
- डॉ. स्नेहलता धर्मावत


राज्य का चौथा विकास प्राधिकरण शिक्षा नगरी कोटा में गठित होगा। राजस्थान पत्रिका ने इसको लेकर मुहिम चलाई थी। इसके चलते मुख्यमंत्री ने बजट में इसकी घोषणा की है। इससे शहर समेत गांवों का विकास होगा। रिवरफ्रंट व ऑक्सीजन प्रोजेक्ट बनते ही कोटा एक पर्यटन नगरी का रूप ले लेगा। इसका पूरा श्रेय राजस्थान पत्रिका को जाता है।
-डॉ. मनुश्री

केडीए (KDA )की घोषणा पर हुई आतिशबाजी
कोटा. कोटा को केडीए की सौगात की घोषणा पर शहर में खुशी जाहिर की गई। विभिन्न्न संगठनों के लोगों ने आतिशबाजी भी की और राजस्थान पत्रिका का आभार जताया। होलसेल व्यापार महासंघ हाड़ौती की ओर से शास्त्री मार्केट में आतिशबाजी कर खुशी जताई। इस दौरान संभाग अध्यक्ष पंकज बागड़ी, चिमन जेसवानी, रमेशराय मेघराज, पवन दुआ, सौभागमल जैन, गोपाल कसाडिय़ा, हेमंत गर्ग, टिंम्बर मार्केट अध्यक्ष नवीन सहित अन्य व्यापारी उपस्थित रहे।

शहर के कई पार्षद चौपाटी पर एकत्र हुए और पत्रिका का आभार जताते हुए केडीए की घोषणा पर खुशी जताई। इस दौरान पार्षद ऐश्वर्य शृंगी, पिंकी प्रजापति, देवेश तिवारी, लेखराज योगी, इति शर्मा, दीपक बंसीवाल, नरेन्द्र मेघवाल, महेन्द्र वर्मा, मोनिका विजय, कुलदीप गौतम और अन्य मौजूद रहे। वहीं नरेन्द्र नागर, दीपक वर्मा, किशन प्रजापति, पंकज प्रभाती, शिवकुमार राव, दिनेश राठौर, पवन यादव, इन्द्र नागर, प्रमोद विजय, मयंक विजय, वसीम गौरी, जिशान अली, ज्यातिष सुमन, प्रमोद वर्मा और केशव शर्मा ने भी खुशी जताई।

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