6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

देश का पहला स्टूडेंट फ्रैंडली रेलवे स्टेशन बनेगा कोटा जंक्शन, कोचिंग्स के लाखों छात्रों को मिलेंगी ये सुविधाएं

होगा नवाचार: स्टूडेंट फ्रैंडली होगा कोटा का रेलवे स्टेशन, छात्रों को मि‍लेगी कई सुविधाएं, कोचिंग संस्थान भी करेंगे विकसित।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

ritu shrivastav

Dec 22, 2017

kota junction

कोटा का रेलवे स्टेशन

कोटा . शहर में हर साल आने वाले लाखों कोचिंग स्टूडेंट्स को रेलवे की ओर से आसानी से सुविधाएं उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। डीआरएम यूसी जोशी ने कोचिंग स्टूडेंटस के लिए खास सुविधाएं देने की पहल पर कार्य शुरू किया है। इसकी रूपरेखा तैयार करने के लिए गुरुवार को डीआरएम कार्यालय में रेलवे अधिकारी और कोचिंग संचालकों की पहली बैठक हुई। इसमें कोचिंग स्टूडेंट्स की समस्याओं और जरूरतों पर चर्चा हुई। कोटा जंक्शन पर स्टूडेंट के लिए खास जगह उपलब्ध कराने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। इस खास ब्लॉक में ट्रेन का इंतजार करने वाले स्टूडेंट्स को पढऩे के लिए पुस्तकें और उपयुक्त माहौल उपलब्ध कराया जाएगा।

Read More: बदलने जा रहा ट्रेनों का कलेवर, आने वाले समय में कुछ इस तरह दिखार्इ देगी आपकी ट्रेन

अध्ययन के बाद योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा

सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश ने बताया कि कोचिंग संचालकों ने भी स्टूडेंट्स के लिए जगह उपलब्ध होने पर उसे विकसित करने में सहयोग का प्रस्ताव रखा है। रेलवे नियमों को अनुसार क्या-क्या सुविधाएं और दे सकते हैं, इसका अध्ययन करने के बाद योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। कोचिंग संचालकों के साथ यह पहली बैठक हुई है, जल्द अगली बैठक होगी। कोटा जंक्शन से गुजरने वाले यात्री कोटा कोचिंग की विशिष्टता से परिचित हो सकें। यात्रियों को स्टेशन पर उतरते ही पता चला जाए कि वे शिक्षा नगरी में पहुंच गए हैं, एेसा प्रयास किया जा रहा है।

Read More: राजस्थान के इस शहर के हालात हुए खराब, सेना ने संभाला मोर्चा

ये सुविधाएं प्रस्तावित

स्टूडेंट के घर लौटने और परीक्षा के समय ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएं। परीक्षा के समय चलने वाली स्पेशल ट्रेन की जानकारी पर्याप्त समय रहते उपलब्ध कराई जाए। कोटा जंक्शन पर आने वाले स्टूडेंट्स को यात्री सुविधाओं की जानकारी ज्यादा सुगमता से मिल सके। उत्तरप्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनें घंटों विलम्ब से चलती हैं, जिनके वास्तविक समय की जानकारी कई बार नहीं मिल पाती। ट्रेनों की संख्या कम होने के कारण आरक्षण की भी मारामारी रहती है। परीक्षा स्पेशल ट्रेन के परिचालन की घोषणा एनवक्त पर होती है, जिसकी जानकारी स्टूडेंट को नहीं मिलने से वे लाभ नहीं उठा पाते।