
कोटा . कार्यवाहक संभागीय आयुक्त की मध्यस्थता में हुए समझौते के मुताबिक मध्यप्रदेश जल संसाधन विभाग ने गांधी सागर बांध से सोमवार को दोपहर दो बजे 3000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया है। इधर, राणा प्रताप सागर बांध में ढाई फीट नहरी पानी बचा है।
मध्यप्रदेश जल संसाधन विभाग ग्वालियर खंड के मुख्य अभियंता एनपी कौरी ने बताया कि रविवार को हुई वार्ता के मुताबिक हमने वादा पूरा किया है। लेकिन राजस्थान जल संसाधन विभाग पार्वती एक्वाडक्ट पर 2700 क्यूसेक पानी पहुंचा रहा है। जबकि कार्यवाहक संभागीय आयुक्त के यहां हुई बैठक में राजस्थान के मुख्य अभियंता ने 2800 क्यूसेक पानी पार्वती एक्वाडक्ट पर पहुंचाने का वादा किया था।
राणाप्रताप सागर: सिर्फ ढाई फीट नहरी पानी
जल संसाधन विभाग के सूत्रों के मुताबिक गांधी सागर बांध से जल प्रवाह बंद होने के बाद भी राणाप्रताप सागर बांध से लगातार जल प्रवाह जारी है। ऐसे में अब राणा प्रताप सागर बांध में मात्र ढाई फीट नहरी पानी बचा है। राणाप्रताप सागर बांध का जल स्तर 1136.66 फीट है। जबकि आरएपीपी में विद्युत उत्पादन के लिए जल संसाधन विभाग को 1134 फीट जल स्तर रखना आवश्यक है। ऐसी स्थिति में राणाप्रताप सागर में सिंचाई के लिए मात्र 2.66 फीट पानी बचा है।
गांधी सागर बांध अधीक्षण अभियंता पीके गुप्ता का कहना है कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर गांधी सागर से दोपहर 2 बजे 3000 क्यूसेक पानी की निकासी शुरू कर दी है। यह पानी विद्युत उत्पादन कर छोड़ा जा रहा है।
सीएडी मुख्य अभियंता चौथमल चौधरी का कहना है कि मध्यप्रदेश ने पानी छोड़ दिया है। बैराज से पार्वती एक्वाडक्ट पर 2766 क्यूसेक पानी पहुंचाया जा रहा। जल्द ही 2800 कर दिया जाएगा। हम भी वादे पर खरा उतरेंगे।
Updated on:
06 Nov 2017 09:10 pm
Published on:
06 Nov 2017 09:05 pm
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