सनसनीखेज खुलासा: राजस्थान में यहां पेट पालने के लिए मां-बाप 30 हजार में गिरवी रख देते हैं अपने बच्चे
मजबूरी में किया था निर्णय
शाहाबाद क्षेत्र के मंगलपुरा गांव निवासी किशोर के पिता ने रात को यहां जिला चिकित्सालय में बताया कि उसकी पत्नी पिछले करीब पांच छह वर्षों से बीमार थी। उसके इलाज में काफी पैसा खर्च हो गया। उसके बाद उसकी मौत हो गई तो मृत्यु भोज आदि के लिए कर्ज लेना पड़ा था। साहूकारों को कर्ज चुकाने के लिए मजबूरी बेटे मुकेश को भेड़पालक रैबारी के पास दो माह के लिए रखा गया था। इसके लिए तय राशि ली गई थी। फिलहाल बेटे को पूरे दो माह भी नहीं हुए है। रात को भेड़पालक मुकेश को उसके घर छोड़ गया।
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होगी प्रभावी कानूनी कार्रवाई
इस मामले में मानव तस्करी यूनिट प्रभारी सीआई लक्ष्मीचन्द ने बताया कि किशोर मुकेश को शाहाबाद पुलिस थाने से दस्तयाब किया गया है। उसे पाली जिला निवासी भेड़पालक सोमवार रात मंगलपुरा में उसके घर छोड़ गया था। बाल कल्याण समिति सदस्य शैलेश मेहता ने बताया कि नाबालिग किशोर को मानव तस्करी यूनिट की ओर से समिति के समक्ष पेश किया गया। फिलहाल किशोर डरा सहमा हुआ है। उसकी कांउलिंग की जाएगी तथा उसके बाद नियमानुसार प्रभावी कानूनी कार्रवाई करेंगे।
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सीआई समेत तीन घायल
किशोर मुकेश को शाहाबाद से बारां लेकर आते समय किशनगंज कस्बे के तेजाजी का डांडा गांव के समीप एक साइकिल सवार बालक गोलू को बचाने के प्रयास में मानव तस्करी यूनिट की जीप पलट गई। इससे जीप में सवार यूनिट प्रभारी सीआई लक्ष्मीचन्द, गिरवी रखे किशोर का पिता तथा साइकिल सवार बालक गोलू घायल हो गए।