scriptबच्चे गिरवी रखने के मामले में राजस्थान में मचा हड़कम्प, पुलिस के डर से बालक को छोड़ भागा साहूकार | Pledged children Case: childline on Active Mode in Rajasthan | Patrika News

बच्चे गिरवी रखने के मामले में राजस्थान में मचा हड़कम्प, पुलिस के डर से बालक को छोड़ भागा साहूकार

locationकोटाPublished: Jul 03, 2019 01:12:31 am

Submitted by:

​Zuber Khan

Baran News: Baran Crime News: बारां जिले में बच्चों को गिरवी रखने का मामला इन दिनों राजस्थान में खासा सुर्खियों में है। पुलिस के डर से साहूकार बालक को मंगलपुरा गांव में छोड़ भागा।

pledging childrens Case

बच्चे गिरवी रखने के मामले में राजस्थान में मचा हड़कम्प, पुलिस के डर से बालक को छोड़ भागा साहूकार

बारां. जिले के आदिवासी क्षेत्र के बच्चों को आर्थिक तंगी के चलते गिरवी रखने के मामला ( Pledged children ) प्रदेश में इनदिनों खासा सुर्खियों में है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा भेड़ पालक व आदिवासियों में भी खलबली मची हुई है। सोमवार रात एक भेड़पालक उसके पास मौजूद मंगलपुरा गांव निवासी किशोर को गुपचुप उसके घर पर छोड़ गया। इसके बाद मंगलवार शाम मानव तस्करी यूनिट (Human Trafficking ) की टीम ने शाहाबाद थाने से किशोर को दस्तयाब किया। शाम को उसे शाहाबाद से बारां लाते समय पुलिस ( Police ) जीप पलट गई तथा यूनिट प्रभारी सीआई समेत तीन जने घायल हो गए। इनमें एक घायल को कोटा रैफर किया गया है। बाद में किशोर को बाल कल्याण समिति ( Child Welfare Committee ) के समक्ष पेश किया। उसने बताया कि उसकी मां की मृत्यु होने के बाद हुए कर्ज के चलते पिता ने उसे गिरवी रखा था।
यह भी पढ़ें

सनसनीखेज खुलासा: राजस्थान में यहां पेट पालने के लिए मां-बाप 30 हजार में गिरवी रख देते हैं अपने बच्चे



मजबूरी में किया था निर्णय
शाहाबाद क्षेत्र के मंगलपुरा गांव निवासी किशोर के पिता ने रात को यहां जिला चिकित्सालय में बताया कि उसकी पत्नी पिछले करीब पांच छह वर्षों से बीमार थी। उसके इलाज में काफी पैसा खर्च हो गया। उसके बाद उसकी मौत हो गई तो मृत्यु भोज आदि के लिए कर्ज लेना पड़ा था। साहूकारों को कर्ज चुकाने के लिए मजबूरी बेटे मुकेश को भेड़पालक रैबारी के पास दो माह के लिए रखा गया था। इसके लिए तय राशि ली गई थी। फिलहाल बेटे को पूरे दो माह भी नहीं हुए है। रात को भेड़पालक मुकेश को उसके घर छोड़ गया।

यह भी पढ़ें

चौंकाने वाला सच: इसलिए कलेजे के टुकड़ों को साहूकार के पास गिरवी रखते हैं मां-बाप



होगी प्रभावी कानूनी कार्रवाई
इस मामले में मानव तस्करी यूनिट प्रभारी सीआई लक्ष्मीचन्द ने बताया कि किशोर मुकेश को शाहाबाद पुलिस थाने से दस्तयाब किया गया है। उसे पाली जिला निवासी भेड़पालक सोमवार रात मंगलपुरा में उसके घर छोड़ गया था। बाल कल्याण समिति सदस्य शैलेश मेहता ने बताया कि नाबालिग किशोर को मानव तस्करी यूनिट की ओर से समिति के समक्ष पेश किया गया। फिलहाल किशोर डरा सहमा हुआ है। उसकी कांउलिंग की जाएगी तथा उसके बाद नियमानुसार प्रभावी कानूनी कार्रवाई करेंगे।

यह भी पढ़ें

खुलासा: 10 से 14 साल के बच्चों को ही गिरवी रखते हैं साहूकार, रातभर भूख से बिलखते मासूम, स्टाम्प पर करते हैं लिखा-पढ़ी



सीआई समेत तीन घायल
किशोर मुकेश को शाहाबाद से बारां लेकर आते समय किशनगंज कस्बे के तेजाजी का डांडा गांव के समीप एक साइकिल सवार बालक गोलू को बचाने के प्रयास में मानव तस्करी यूनिट की जीप पलट गई। इससे जीप में सवार यूनिट प्रभारी सीआई लक्ष्मीचन्द, गिरवी रखे किशोर का पिता तथा साइकिल सवार बालक गोलू घायल हो गए।

यह भी पढ़ें

बेटे की आत्मा लेने 2 साल बाद एमबीएस पहुंचे परिजन, तांत्रिकों ने किया अनुष्ठान, टोना-टोटके से अस्पताल में मचा हड़कम्प

गिरवी रखे किशोर के पिता व गोलू को जिला चिकित्सालय भर्ती किया। बाद में गोलू को कोटा रैफर कर दिया गया। सीआई लक्ष्मीचन्द वर्मा का प्राथमिक उपचार किया गया। बाद में सीआई उपचार के लिए कोटा रवाना हो गए। घटना की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार व जिला परिषद के सीईओ बृजमोहन बैरवा ने जिला चिकित्सालय पहुंच घायलों की कुशलक्षेम जानी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो