10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

खौफनाक! टीचर ने पहले मार-मार कर तोड़ा डंडा और निकाला खून, तब निकला नेपाली स्टूडेंट का दम

कोटा. शिक्षक ने कक्षा में छात्र की डंडे से मारपीट की। मारपीट इतनी की डंडा तक टूटा गया और खून निकल गया। अब उसकी मौत हो गई।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

abhishek jain

Dec 03, 2017

छात्र की मौत

कोटा .

महावीर नगर थाना क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल के छात्र की डिप्रेशन में आने से रविवार को मौत हो गई। परिजनों ने शिक्षक पर मारपीट का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

रंगबाड़ी निवासी हाकिम सिंह राजावत ने बताया कि नेपाल निवासी रमेश सोनी का परिवार कई सालों से यहां रंगबाड़ी में किराए के मकान में रह रहा है। रमेश का पुत्र मोहन सोनी (12) रंगबाड़ी स्थित ज्योतिबा फूले स्कूल में कक्षा पांचवीं का छात्र था। वह 29 नवम्बर को स्कूल गया था लेकिन वहां से आने के बाद से ही डिप्रेशन में था। पूछताछ करने पर मोहन ने बताया था कि गृह कार्य नहीं करने पर शिक्षक राम निवास नागर ने कक्षा में उसे डंडे से मारपीट की थी।

परिजनों का आरोप है कि शिक्षक की मारपीट से ही वह सदमे में था। खाना भी नहीं खा रहा था। शनिवार को तबीयत खराब होने पर उसे नए अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उपचार के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि शिक्षक की मारपीट करने से डिप्रेशन में आने पर ही उसकी मौत हुई है। बेटे की मौत से उसकी मां कारो-रोकर बुरा हाल हो गया।

Read More: कोटावासियाें हो जाओ स‍तर्क! भूलकर भी न छोड़े सूना घर और न सूनी कार, वरना...

तीन भाईयों में सबसे छोटा

जानकारों ने बताया कि छात्र मोहन के पिता रमेश की करीब दस साल पहले मौत हो चुकी है। उसकी मां नानकला घरों में खाना बनाने का काम करती है। तीन भाईयों में वह सबसे छोटा था। उसका सबसे बड़ा भाई कमल रूड़की में एक कम्पनी में काम करता है। जबकि दूसरे नम्बर का लोकेन्द्र कक्षा 6 में पढ़ता है।

मामले की जांच की जा रही

उप निरीक्षक महावीर नगर थाना से राम सवरूप का कहना है कि बालक की मां नानकला ने शिक्षक पर मारपीट का आरोप लगाया है। फिलहाल मर्ग दर्ज कर पोस्ट मार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले में शिक्षक व संचालकों के बयान लिए जाएंगे। मामले की जांच की जा रही है।

Read More: विदाई से पहले फिल्मी स्टाइल में युवक ले उड़ा दुल्हन, मचा कोहराम तो पुलिस ने की नाकाबंदी

इतना नहीं मारा की मौत हो जाए

स्कूल संचालक रामविलास सुमन का कहना है कि पांच दिन पहले गृह कार्य नहीं करने पर शिक्षक ने छात्र के हाथ में हल्के से पैमाने से जरूर मारा था। लेकिन इतनी जोर से नहीं मारा था कि उसकी मौत हो जाए। बच्चे को तेज बुखार आने पर उन्होंने खुद उसे डॉक्टरों को दिखाया। मोहन का सबसे बड़ा भाई उसी स्कूल से पढ़कर निकला है। दूसरे नम्बर का पढ़ रहा है।

नया अस्पताल अधीक्षक डॉ. देवेन्द्र विजयवर्गीय का कहना है कि परिजन बालक को लेकर अस्पताल आए थे। जहां जांच के बाद उ से मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत के कारणों का पता चलेगा।