
कोटा .
डोल्या ग्राम पंचायत के चांदबावड़ी स्थित शराब की दुकान की लोकेशन बदलने की मांग को लेकर दो दिन से चल रहे अनिश्चिकालीन धरने में आखिरकार जनता की जीत हुई। जिला प्रशासन की ओर से बुधवार देर शाम बुलाई गई आपात बैठक में चांदबावड़ी से दो दिन में ठेके को हटाने का निर्णय लिया गया। साथ ही आबकारी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वे कर डोल्या-कोलाना के बीच ऐसी जगह पर ठेका संचालित किया जाए, जहां लोगों की आवाजाही नहीं हो। इसके लिए गुरुवार को जगह के लिए सर्वे कर दो दिन में इसे शिफ्ट करने के आदेश दिए।
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इससे पहले चांदबावड़ी से शराब के ठेके की लोकेशन बदलने को लेकर जिला प्रशासन के एक दिन के आश्वासन के बाद महिलाएं बुधवार को दोबारा प्रदर्शन करने जिला मुख्यालय पहुंची। सरपंच नंदलाल मेघवाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग कलक्ट्री पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। रात 8 बजे तक महिलाएं धरने पर बैठी रही। उधर, डोल्या गांव के लोगों के विरोध के चलते जिला प्रशासन ने बुधवार शाम एक आपात बैठक बुलाई। बैठक में जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, एडीएम सिटी बीएल मीणा, जिला आबकारी अधिकारी शंभूदयाल मीणा, सरपंच नंदलाल मेघवाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
यह है मामला
सरपंच नंदलाल मेघवाल ने बताया कि बीते माह में ग्राम पंचायत डोल्या में शराबबंदी को लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया था। इसके चलते शराब की दुकान को बंद भी कर दिया गया, लेकिन आबकारी विभाग और शराब माफि याओं की साठ-गांठ के चलते विभाग ने 7 नवंबर को चांदबावड़ी में अवैध दुकान को नियमित कर दिया। जिससे ग्रामीणों में रोष था।
Published on:
15 Nov 2017 10:11 pm
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