Ancient Roti: दुनिया को एक ऐसी रोटी मिली है जिसने वैज्ञानिकों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। ये प्राचीन ब्रेड (रोटी) करीब 5000 साल पुराना है। इसे प्राचीन ब्रेड (Ancient Bread) कहा जा रहा है। तुर्किये के एस्कीसेहिर में प्राचीनतम ब्रेड मिली जिसे अब वहां के संग्राहलय में रखा गया है। इस खास रोटी को देखने के लिए लोग आ रहे हैं। साथ ही वैज्ञानिकों ने इस रोटी की रेसिपी भी खोज ली है। इस रोटी को खाने के ट्रेंड भी तेजी से चल रहा है। आइए जानते हैं कि इस प्राचीन ब्रेड के बारे में-
तुर्किये के एस्कीसेहिर में सितंबर 2024 में खुदाई के दौरान ये रोटी मिली। ये देखने में पैनकेक की तरह है। करीब पांच इंच की गोलाई-मोटाई है। हल्का जला हुआ सा मालूम होता है। वैज्ञानिकों को मानना है कि अच्छी तरह दफनाने के कारण ये अब तक सड़ी नहीं और बच पाई। इसके पीछे कारण ब्रेड का जलना भी माना जा रहा है। साथ ही खास किस्म के गेहूं से बनने के कारण भी ये बचा है। ऐसा वैज्ञानिकों व स्थानीय लोगों का मानना है। हालांकि, एक तर्क ये भी दिया जा रहा है कि खास पूजा या रस्म के कारण इस रोटी को दबाया गया होगा।
प्राचीन ब्रेड को लेकर वैज्ञानिकों ने लंबे समय तक जांच पड़ताल किया। इसके बाद पाया गया है कि ये ब्रेड प्राचीन एम्मर गेहूं, मसूर और किसी अनजान पौधे की पत्तियों से बनी थी, जो खमीर का काम करती थी। इसकी रेसिपी को लेकर भी काम किया गया। इसके बाद तुर्किये के मेयर ने इसका स्वाद भी चखा। उनका मानना था कि प्राचीन व स्वादिष्ट चीज को फिर से ट्रेंड में लाना चाहिए। इसके बाद ये बाजार में लाया गया।
एम्मर गेहूं अब तुर्किए में नहीं मिलता है। इसलिए वैज्ञानिकों ने इसका विकल्प खोजा। बताया जा रहा है कि अब प्राचीन ब्रेड को कविल्का गेहूं, बुलगुर और मसूर के साथ तैयार किया जा रहा है।
मार्केट में लाने से पहले ये अंदाजा नहीं था कि लोग इसके स्वाद को लेकर क्या कहेंगे। मगर, अब लोकल मार्केट में इस ब्रेड को लोग चाव से खा रहे हैं। साथ ही ये अधिकतर जगहों पर बनाई जा रही है। ये मोटी ब्रेड है। करीब एक रोटी का वजन 300 ग्राम होता है। साथ ही भारतीय रुपए के आधार पर इसकी कीमत करीब 300 रुपए आंकी गई है।
Published on:
07 Jun 2025 03:30 pm