
Difference between facial and clean up
Clean Up Vs Facial: स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रखने के लिए कई लोग क्लीनअप और फेशियल का सहारा लेते हैं। खासकर महिलाएं अपने चेहरे पर निखार लाने के लिए अक्सर इन ब्यूटी ट्रीटमेंट्स का सहारा लेती हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि इनमें अंतर क्या है और किसके क्या फायदे हैं। क्योंकि ज़्यादातर महिलाएं ये समझती हैं कि दोनों एक ही होते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आपको बता दें कि दोनों अलग-अलग ब्यूटी ट्रीटमेंट्स हैं, और इन दोनों के अपने अलग-अलग फायदे होते हैं। आइए जानते हैं फेशियल और क्लीनअप में असल अंतर क्या होता है।
क्लीनअप त्वचा की सफाई के लिए किया जाने वाला एक ट्रीटमेंट है। यह धूल, गंदगी और डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करता है। क्लीनअप खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो रोज़ की भागदौड़ में अपनी त्वचा पर ध्यान नहीं दे पाते और पॉल्यूशन के कारण उनकी त्वचा गंदी हो जाती है। ऐसे में स्किन की डीप क्लींजिंग के लिए क्लीनअप करवाना एक अच्छा विकल्प है। आप इसे महीने में एक बार करवाकर अच्छे परिणाम पा सकते हैं।
क्लीनअप आपके चेहरे से एक्स्ट्रा ऑयल को हटाता है, जिससे आपकी स्किन ज्यादा चमकदार और ताजगी से भरपूर दिखने लगती है।
क्लीनअप चेहरे की गहराई से सफाई करता है। यह ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स और गंदगी को हटाने में मदद करता है, जिससे आपकी त्वचा साफ और ताजगी से भरपूर नजर आती है।
क्लीनअप कराने से आपकी स्किन को सांस लेने का मौका मिलता है। क्लीनअप के बाद चेहरा एकदम फ्रेश फील होता है।
फेशियल एक ब्यूटी ट्रीटमेंट है, जो खासतौर पर चेहरे को और सुंदर या खिला-खिला बनाने के लिए किया जाता है। यह एक प्रक्रिया के तहत किया जाता है, जिसमें क्लींजिंग, स्क्रबिंग, स्टीम और अन्य कदम शामिल होते हैं। इन सभी प्रक्रियाओं के बाद फेस पैक भी लगाया जाता है, जो त्वचा को पोषण देने, नमी प्रदान करने और ग्लो बढ़ाने का काम करता है। इसे आपकी स्किन टाइप के अनुसार चुना जाता है। इसे हर 4-6 हफ्ते में एक बार करवाना फायदेमंद होता है।
फेशियल चेहरे की गहराई से सफाई करता है, जिससे यह इंस्टेंट ग्लो देने में मदद करता है। किसी भी खास मौके या फंक्शन से पहले फेशियल करवाने से आपके चेहरे पर चमक आ जाती है।
फेशियल एक लंबी प्रक्रिया है, जो शरीर और चेहरे के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है। इसके परिणामस्वरूप आपकी त्वचा पर एक नैचुरल ग्लो दिखाई देता है।
फेशियल में एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा की झुर्रियों और फाइन लाइन्स को कम करने में मदद करते हैं। इससे आपकी त्वचा जवां और हेल्दी बनी रहती है।
हालांकि क्लीनअप और फेशियल में अधिकांश प्रक्रियाएं एक जैसी होती हैं, लेकिन मसाज और स्टीम के तरीके में थोड़ा अंतर होता है। क्लीनअप में मसाज कम समय तक की जाती है, जबकि फेशियल में मसाज अधिक समय तक की जाती है।
फेशियल, क्लीनअप की तुलना में महंगा होता है, लेकिन यह त्वचा के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।
क्लीनअप को आप हफ्ते में 2-3 बार करवा सकती हैं, जबकि फेशियल करवाने के बाद आपको लगभग एक महीने तक दोबारा फेशियल करवाने की जरूरत नहीं होती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
11 Feb 2025 10:14 am
Published on:
11 Feb 2025 10:02 am
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