
Best Ayurvedic oils for foot massage at night|फोटो सोर्स – Freepik
Foot Massage Benefits: दिनभर की भागदौड़ और तनाव के बाद क्या आप भी अच्छी नींद नहीं ले पाते?तो हो सकता है कि आपकी दिनचर्या में बस एक छोटी-सी चीज की कमी हो पैरों में तेल से मालिश।आयुर्वेद में इसे पादाभ्यंग कहा जाता है, और माना जाता है कि रात में पैरों में तेल की मालिश करने से नींद बेहतर होती है, तनाव कम होता है, और मन को गहरी शांति मिलती है।आइए जानते हैं कि रात में सोने से पहले तेल मालिश करने के क्या-क्या फायदे हैं और इसे करने का सही तरीका क्या है।
हमारे पैरों के तलवों में करीब 72,000 नाड़ियां होती हैं, जो शरीर के तमाम अंगों से जुड़ी होती हैं चाहे वो दिल हो, दिमाग, फेफड़े या पाचन तंत्र। जब आप सोने से पहले इन बिंदुओं पर हल्के हाथों से गुनगुने तेल से मालिश करते हैं, तो इसका असर केवल पैरों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि पूरे शरीर को आराम पहुंचता है।
आयुर्वेद के अनुसार, पैरों में तेल मालिश करने से वात दोष संतुलित होता है। वात का असंतुलन शरीर में बेचैनी, अनिद्रा और तनाव की वजह बन सकता है। चरक संहिता और अष्टांग हृदयम जैसे ग्रंथों में पदाभ्यंग को रोज की दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी गई है।इससे नसों को शांति मिलती है, नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है और मानसिक रूप से भी गहरा आराम महसूस होता है।
आज की मेडिकल साइंस भी इस पारंपरिक उपाय को मान्यता देती है। न्यूरोलॉजिस्ट्स और रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट्स का मानना है कि पैरों की मालिश से नर्वस सिस्टम शांत होता है, जिससे तनाव कम होता है। इसके साथ ही, यह प्रक्रिया डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे "हैप्पी हार्मोन" के स्तर को बढ़ा सकती है, जो बेहतर नींद और मानसिक सुकून में मददगार होते हैं।
तिल का तेल: सबसे उत्तम माना गया है क्योंकि यह त्वचा को गहराई से पोषण देता है, वात को शांत करता है और हड्डियों को मजबूती देता है। यह तेल किसी भी मौसम में उपयोग किया जा सकता है।
सरसों का तेल: खास तौर पर सर्दियों के लिए फायदेमंद है। यह शरीर में गर्मी पैदा करता है, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और जकड़ी हुई मांसपेशियों को आराम देता है।
Updated on:
20 Oct 2025 03:51 pm
Published on:
20 Oct 2025 01:48 pm
बड़ी खबरें
View Allलाइफस्टाइल
ट्रेंडिंग
स्वास्थ्य
