
Brain development food during pregnancy|फोटो सोर्स – GROK@AI
Pregnancy Diet Tips: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपने डाइट का खास ध्यान देने की जरूरत होती है, ताकि माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ रह सकें। क्योंकि मां जो खाती-पीती है, उसका सीधा असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि सही और संतुलित डाइट ली जाए। हेल्दी डाइट से गर्भ में पल रहे बच्चे की ग्रोथ, शारीरिक बनावट और सबसे ज्यादा दिमागी विकास पर असर पड़ता है। सही और संतुलित आहार से बच्चे के न्यूरल टिशूज मजबूत होते हैं, जिससे उसकी सीखने और समझने की क्षमता बेहतर होती है।अगर आप भी अपने बच्चे को स्मार्ट और स्वस्थ दिमाग देना चाहती हैं, तो जानिए वो 10 न्यूट्रिएंट्स से भरपूर फूड्स जिन्हें महिलाओं को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
बेबी के बेहतर ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड डेवलपमेंट के लिए प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कोलीन रिच डाइट लेनी चाहिए। दरअसल, कोलीन बेबी के ब्रेन फंक्शन जैसे लर्निंग, मेमोरी और न्यूरोट्रांसमिशन बनाने में मदद करता है। ऐसे में कोलीन के अच्छे स्रोतों में शामिल हैं ,एग का योल्क, सोयाबीन, टोफू, ब्रोकली, पनीर और पीनट्स। महिलाओं को इन्हें अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
शकरकंद में मौजूद बीटा-कैरोटीन शरीर में विटामिन A में बदल जाता है, जो बच्चे के अंगों और ब्रेन की ग्रोथ के लिए जरूरी है।
गर्भावस्था में थोड़ी मात्रा में केसर का सेवन पाचन को बेहतर करता है और मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह मूड को भी अच्छा बनाता है।
बादाम में विटामिन E, आयरन और हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं, जो ऊर्जा देने के साथ-साथ बच्चे के मस्तिष्क को पोषण देते हैं।
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन को दुरुस्त रखते हैं और प्रोटीन व कैल्शियम की भरपूर मात्रा देते हैं, जिससे मां और बच्चे दोनों की हड्डियां मजबूत होती हैं।
अंडे में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन-B12 भरपूर होता है। यह न सिर्फ बच्चे की हड्डियों को मजबूत करता है बल्कि दिमाग और नर्वस सिस्टम के विकास में भी सहायक है।
शाकाहारी महिलाओं के लिए प्रोटीन, फाइबर और आयरन का बेस्ट स्रोत हैं। ये शिशु की कोशिकाओं और नर्वस सिस्टम के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं।
पालक, मेथी या सरसों जैसी सब्जियां फॉलिक एसिड, आयरन और विटामिन K से भरपूर होती हैं। ये बच्चे के जन्म के समय लो वेट का खतरा कम करती हैं और ब्रेन डेवलपमेंट को सपोर्ट करती हैं।
पीनट्स को प्रेग्नेंसी स्नैक के रूप में लिया जा सकता है। इनमें प्रोटीन, फोलेट और विटामिन E होता है, जो बच्चे की मानसिक क्षमता को मजबूत करने में मदद करता है।
साल्मन मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो शिशु की आंखों और दिमाग के विकास के लिए बेहद जरूरी है। यह प्रेग्नेंसी के दौरान सुरक्षित मछली मानी जाती है।
Updated on:
17 Sept 2025 11:48 am
Published on:
17 Sept 2025 11:14 am
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