
Natural seeds for heat stroke treatment फोटो सोर्स – Freepik
Seeds In Summer: गर्मियों का मौसम आते ही हमारे शरीर को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। डिहाइड्रेशन, थकावट और हीट स्ट्रोक वैसे तो आम समस्याएं हैं जो गर्मियों में लोगों को प्रभावित कर सकती हैं। लेकिन सही तरीके से खान-पान को नियंत्रित करके इन्हें रोका जा सकता है। यहां कुछ बीजों के बारे में बताया गया है, जिनका सेवन गर्मियों में करने से शरीर को ठंडा रखने और हीट स्ट्रोक से बचाने में मदद मिलती है।
तरबूज के बीज में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है। इसमें विटामिन बी और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भी होते हैं, जो हमारे शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं।
कद्दू के बीज में मैग्नीशियम और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो हमारे शरीर को हीट स्ट्रोक से बचाने में मदद करते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद ट्रिप्टोफैन आपकी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करता है।
गर्मियों में सूरजमुखी के बीज का सेवन बेहतरीन ऊर्जा का स्रोत है क्योंकि सूरजमुखी के बीज में विटामिन ई और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करते हैं। इसमें मैग्नीशियम भी होता है, जो हमारे शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है।
चिया के बीज में फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो हमारे शरीर को हीट स्ट्रोक से बचाने में मदद करते हैं। इसका रोजाना सेवन आपके पाचन तंत्र को भी बेहतर रखता है।
अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो हमारे शरीर को हीट स्ट्रोक से बचाने में मदद करते हैं। साथ ही, यह आपका पाचन तंत्र भी तंदुरुस्त रख सकता है।
इन बीजों को अपने सलाद में मिलाकर खा सकते हैं।
इन बीजों को अपने स्मूदी में मिलाकर पी सकते हैं।
इन बीजों को अपने भोजन में मिलाकर खा सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
25 May 2025 10:46 am
Published on:
25 May 2025 10:41 am
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