17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Women Health Tips: मेनोपॉज के बाद बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा, जानिए बचाव के उपाय

Women Health Tips: मेनोपॉज महिलाओं के जीवन में एक प्राकृतिक लेकिन महत्वपूर्ण परिवर्तन है, जो न सिर्फ हार्मोनल बदलाव लाता है, बल्कि शरीर की आंतरिक क्रियाओं पर भी गहरा असर डालता है। शोध बताते हैं कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हृदय रोगों, खासकर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

MEGHA ROY

Sep 12, 2025

Women Health Tips,menopause, Symptoms, Heart Health, menopause and heart attack risk,

Heart attack risk in postmenopausal women|फोटो सोर्स - Freepik

Women Health Tips: मेनोपॉज हर महिला की जिंदगी का एक प्राकृतिक पड़ाव है, जो लगभग 45 से 55 साल की उम्र के बीच आता है। यह सिर्फ पीरियड्स का अंत नहीं है, बल्कि हार्मोनल बदलावों के कारण शरीर और मन दोनों पर गहरा असर डालता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन (Estrogen) नामक हार्मोन की मात्रा घटने लगती है, जो अब तक दिल को कई तरह की बीमारियों से बचाता रहा था। यही वजह है कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हार्ट अटैक और अन्य हृदय रोगों का खतरा काफी बढ़ जाता है।लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ समझदारी भरे कदम और लाइफस्टाइल में बदलाव अपनाकर इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं मेनोपॉज के बाद दिल की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी हेल्थ टिप्स।

क्यों बढ़ता है खतरा?

मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल तेजी से घट जाता है। यह हार्मोन हृदय और धमनियों को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाता है। जब इसकी कमी होती है, तो कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है,धमनियों में ब्लॉकेज बनने का खतरा बढ़ जाता है और मोटापा और डायबिटीज जैसी समस्याएं पनपने लगती हैं। यही कारण है कि इस उम्र की महिलाओं में हार्ट डिजीज की संभावना पुरुषों की तुलना में ज्यादा पाई जाती है।

हार्ट अटैक के शुरुआती संकेत

  • छाती या बाएं हाथ में दर्द या भारीपन
  • सांस फूलना या हांफना
  • अचानक ठंडा पसीना आना
  • चक्कर या सिर घूमना
  • थकान या कमजोरी

कैसे करें बचाव?

  • हेल्दी डाइट लें: ताजे फल और हरी सब्जियां खाएं साथ ही साबुत अनाज और हेल्दी फैट्स (जैसे नट्स, ओलिव ऑयल, फ्लैक्स सीड्स) शामिल करें और जंक फूड और ज्यादा मीठे से दूरी बनाएं।
  • नियमित एक्सरसाइज करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलें और योग, प्राणायाम और हल्की स्ट्रेचिंग से भी फायदा मिलता है।
  • तनाव को कम करें: मेनोपॉज के दौरान मूड स्विंग्स और स्ट्रेस बढ़ना आम है। इसलिए मेडिटेशन, प्राणायाम और हौबीज़ अपनाकर मन को शांत रखें।
  • नियमित चेकअप कराएं: ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच समय-समय पर जरूर करवाएं और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा बंद या शुरू न करें।
  • स्मोकिंग और अल्कोहल से दूरी बनाएं: ये आदतें हार्ट की सेहत को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाती हैं, इसलिए इन्हें तुरंत छोड़ दें।

किन बातों का रखें ध्यान?

  • शरीर के वजन को कंट्रोल में रखें
  • अगर पहले से डायबिटीज या हाई बीपी है, तो और ज्यादा सावधानी बरतें
  • पर्याप्त और गहरी नींद लें, देर रात तक जागने से बचें।