
Ambedkar Jayanti 2022 : बाबा साहेब की 10 बातें करेंगे अमल तो सफलता मिलना तय
आज 14 अप्रैल को यूपी सहित पूरे देश में डॉ भीम राव अम्बेडकर की जयंती मनाई जा रही है। इस बार डॉ भीम राव अम्बेडकर 131वां जयंती है। अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। महू को अब डॉ. अम्बेडकर नगर के नाम से जाना जाता है। उत्तर प्रदेश में अम्बेडकर जयंती पर कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं। अम्बेडकर की मृत्यु 6 दिसंबर 1956 को हुई थी। अम्बेडकर के अविश्वसनीय काम के लिए उन्हें साल 1990 में देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
अंबेडकर देश के पहले अर्थशास्त्री
डॉ भीम राव अम्बेडकर भारतीय संविधान निर्माता के साथ ही दलितों के मसीहा के तौर पर याद किए जाते हैं। डॉ अंबेडकर ने अपने करियर की शुरुआत एक अर्थशास्त्री के तौर पर की थी। डॉ अंबेडकर वर्ष 1915 में अमेरिका की प्रतिष्ठित कोलंबिया यूनिवर्सिटी से इकॉनमिक्स में एमए की डिग्री और वर्ष 1917 में अर्थशास्त्र में पीएचडी हासिल करने वाले देश के पहले अर्थशास्त्री थे।
अम्बेडकर ने सुधारा दलित और महिलाओं का जीवन
बीआर अम्बेडकर अपने जीवन में दलित और महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करते रहे। अम्बेडकर जयंती मौके पर उनकी कही ऐसी 10 बातें जिन पर चलकर आपका जीवन बदल सकता है। और जिन्हें मानने पर आप सफलता की सीढ़ियां चढ़ेंगे।
जानें डॉ. बीआर अम्बेडकर की दस अहम बातें
1. सम्मानजनक जीवन जीने में विश्वास करते हैं, तो अपनी मदद खुद करनी होगी।
2. मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता है।
3. एक महान व्यक्ति एक प्रतिष्ठित व्यक्ति से इस मायने में भिन्न होता है वह समाज का सेवक बनने के लिए तैयार होता है।
4. जीवन लंबा नहीं, बड़ा होना चाहिए।
5. जो इतिहास याद नहीं रखते, वह कभी इतिहास बना नहीं सकते।
6. शिक्षित बनो, संगठित रहो और उत्तेजित रहो।
7. धर्म इंसानों के लिए बना, इंसान धर्म के लिए नहीं बने।
8. कड़वी चीज को मीठा नहीं बनाया जा सकता। किसी भी चीज का स्वाद बदला जा सकता है। लेकिन जहर को अमृत में नहीं बदला जा सकता।
9. मन की खेती मानव अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
10. समानता एक कल्पना हो सकती है लेकिन फिर भी इसे एक शासी सिद्धांत के रूप में स्वीकार करना चाहिए।
Published on:
14 Apr 2022 08:02 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
