10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि छह लेन सड़क से जुड़ेगी, बढ़ेगी लखनऊ-गोरखपुर हाईवे की चौड़ाई

Lucknow Gorakhpur highway रामलला की जन्मभूमि छह लेन सड़क से जोड़ी जाएगी। इसके लिए वाया अयोध्या, लखनऊ से गोरखपुर तक हाईवे को चौड़ा किया जाएगा। अभी लखनऊ गोरखपुर हाईवे फोरलेन है।  

2 min read
Google source verification
रामलला की जन्मभूमि अयोध्या छह लेन सड़क से जुड़ेगी, बढ़ेगी लखनऊ-गोरखपुर हाईवे की चौड़ाई

रामलला की जन्मभूमि अयोध्या छह लेन सड़क से जुड़ेगी, बढ़ेगी लखनऊ-गोरखपुर हाईवे की चौड़ाई

अयोध्या विश्व मानचित्र में अपना स्थान लगातार बना रहा है। रामलला का मंदिर तेज गति के संग बन रहा है। श्रद्धालुओं और धार्मिक पर्यटन के लिए अयोध्या की मांग और बढ़ जाएगी। तो अयोध्या आने में पर्यटकों को किसी भी दिक्कत का सामना न करना पड़ें इसलिए रामलला की जन्मभूमि छह लेन सड़क से जोड़ी जाएगी। इसके लिए वाया अयोध्या, लखनऊ से गोरखपुर तक हाईवे को चौड़ा किया जाएगा। अभी लखनऊ गोरखपुर हाईवे फोरलेन है। सड़क को चौड़ा करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई टेंडर आमंत्रित करेगा। बताया जा रहा है कि, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। शीघ्र ही डीपीआर तैयार होगी।

अयोध्या में ढांचागत सुविधाएं विकसित करना जरूरी

अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। दिसंबर 2023 तक रामलला का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। मंदिर में जनवरी 2024 ;मकर संक्राति तक भगवान राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने की संभावना है। तो रामलला का मंदिर का निर्माण पूरा होने पर यहां पूरे संसार से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि होना तय है। इसलिए अयोध्या में ढांचागत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इस बड़ी वजह से लखनऊ अयोध्या गोरखपुर हाईवे को छह लेन तक चौड़ा करने की योजना बना ली गई है।

यह भी पढ़ें -राम मंदिर को लेकर बड़ा खुलासा, सागौन से बनेंगे राम मंदिर के दरवाजे, जानें मंदिर में होंगे कुल कितने दरवाजे

40 स्थान चिह्नित जहां बनेंगे फ्लाईओवर

इस हाईवे को चौड़ा करने में कुछ दिक्कतें आ सकती है। उनमें से एक है लखनऊ से अयोध्या के बीच हाईवे से सटे गांव और कस्बे। तो इसका उपाय यह निकाला गया है कि, जहां सड़क को चौड़ा करने के लिए भूमि उपलब्ध नहीं होगी, वहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। लखनऊ से गोरखपुर तक हाईवे की लंबाई 269 किमी है। पूरे हाईवे पर 40 ऐसे स्थान चिह्नित किए गए हैं, जहां फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।

यह भी पढ़ें -ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज, जज ने कहा. श्रृंगार गौरी मामला सुनने योग्य

मंत्रालय से सैद्धांतिक मंजूरी

एनएचएआई सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। शीघ्र ही डीपीआर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। लागत और अन्य विशिष्टियों का आकलन होने के बाद टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।