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बिरसा मुंडा 150वीं जयंती पर भाजपा का प्रांतीय अभियान, आदिवासी गौरव को statewide नई पहचान

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को भव्य रूप से मनाने के लिए भाजपा ने प्रदेशभर में जनजातीय गौरव और स्वाभिमान से जुड़े व्यापक कार्यक्रमों की घोषणा की है। प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि पार्टी 12 से 15 नवंबर तक सम्मेलनों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और स्वच्छता अभियानों के माध्यम से बिरसा मुंडा का संदेश जनमानस तक पहुंचाएगी।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Nov 11, 2025

Birsa Munda Jayanti (फोटो सोर्स : भाजपा)

Birsa Munda Jayanti (फोटो सोर्स : भाजपा)

Birsa Munda Jayanti 2025: भारतीय जनता पार्टी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को भव्य और जनसहभागिता आधारित अभियान के रूप में मनाने का ऐलान किया है। मंगलवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि 12 से 15 नवंबर तक प्रदेश भर में व्यापक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ये आयोजन सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के स्वाभिमान, संस्कृति और जन जागरण को व्यापक स्तर पर प्रस्तुत करने का माध्यम होंगे।

प्रेस वार्ता में चौधरी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक ऐसा इतिहास हैं, जिन्होंने आदिवासी समाज ही नहीं बल्कि पूरे भारत के स्वतंत्रता संग्राम में स्वाभिमान, स्वराज और स्वदेशी की चेतना जगाई। उन्होंने कहा कि मां भारती के इस अमर सपूत के 150वें जन्म वर्ष को भाजपा पूरे सम्मान और गौरव के साथ मना रही है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ उनके संघर्ष, बलिदान और विचारों से प्रेरणा ले सकें।

बिरसा मुंडा: संघर्ष, स्वाभिमान और जन जागरण का प्रतीक

भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि बिरसा मुंडा के नाम से मिट्टी की खुशबू और संघर्ष की आग एक साथ महसूस होती है। उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के उलीहातू गांव में हुआ था। कम उम्र में ही वे अंग्रेजी सत्ता के शोषण और आदिवासी समाज की दयनीय स्थिति के खिलाफ खड़े हुए। उन्होंने समाज को अपने धर्म, भूमि और सांस्कृतिक पहचान के लिए जागरूक किया।

चौधरी ने विस्तार से बताया कि “जंगल हमारा, जमीन हमारी, हवा-पानी हमारा” का आह्वान करते हुए बिरसा मुंडा ने 1899 में उलगुलान महासंग्राम की शुरुआत की, जो न केवल अंग्रेजी शासन के विरुद्ध था, बल्कि सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक पुनर्जागरण का प्रतीक भी था। अंग्रेजों ने बड़ी सैन्य शक्ति लगाकर उन्हें 1900 में गिरफ्तार किया और बेरहमी से यातनाएं दीं। अंततः 9 जून 1900 को उन्होंने वीरगति प्राप्त की।

भाजपा पूरे प्रदेश में चलाएगी जनजातीय गौरव और स्वाभिमान अभियान

प्रेस वार्ता में चौधरी ने बताया कि भाजपा 15 नवंबर तक प्रदेश की सभी कमिश्नरी स्तर पर जनजातीय गौरव स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित करेगी। इन सम्मेलनों में केंद्र और प्रदेश सरकार के मंत्री, पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

सम्मेलनों में जनजातीय समाज की परंपरागत कला, नृत्य, गीत, काव्य और युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। भाजपा इसका उद्देश्य जनजातीय समाज के योगदान और भगवान बिरसा मुंडा के चरित्र को जनमानस तक पहुँचाना बताती है। सोशल मीडिया पर भी विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें उनके जीवन, संघर्ष और विचारों से जुड़ी सामग्री साझा की जाएगी।

स्मारकों पर स्वच्छता अभियान, दीपोत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम

भाजपा ने घोषित किया है कि 12 से 15 नवंबर तक प्रदेश के सभी जिलों में जनजातीय स्मारकों पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इन स्मारकों पर दीपोत्सव, पुष्पांजलि और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित होंगी। जिला स्तर पर जनजातीय गौरव और स्वाभिमान पर आधारित नृत्य, कला प्रदर्शन, संगोष्ठी और जागरूकता कार्यक्रम होंगे। चौधरी ने बताया कि इस अभियान का मकसद जनजातीय समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को सम्मान देना और उनके इतिहास को मुख्यधारा में लाना है।

सोनभद्र में होगा भव्य जनजातीय स्वाभिमान सम्मेलन

बिरसा मुंडा की जयंती के मुख्य आयोजन के रूप में 15 नवंबर को सोनभद्र में विशाल जनजातीय स्वाभिमान सम्मेलन होगा, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संबोधित करेंगे। यह आयोजन जनजातीय संस्कृति के रंगों से सराबोर होगा। यहां जनजातीय नृत्य, वाद्य, पारंपरिक हथियार, कला और शौर्य की झलक देखने को मिलेगी। भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि सरकार और भाजपा संगठन, दोनों ही जनजातीय समाज के सम्मान और उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों में विकास योजनाओं को तेजी दी गई है।

अभियान के लिए टीम गठित

  • भाजपा ने इस विशाल अभियान के संचालन के लिए जिम्मेदारियों का भी ऐलान किया है।
  • प्रदेश महामंत्री सुभाष यदुवंश को अभियान प्रभारी बनाया गया है।
  • जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय गोंड को अभियान का प्रदेश संयोजक नियुक्त किया गया है।
  • मोर्चा के प्रदेश महामंत्री विद्या भूषण गोंड तथा पूर्व युवा मोर्चा उपाध्यक्ष सूरज सिंह सोमवंशी को सह संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है।

आदिवासी गौरव को मुख्यधारा में लाने की पहल

चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार देश में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में बड़े पैमाने पर मनाया गया। यह उस लंबे समय की उपेक्षा का अंत था, जिसमें आदिवासी समाज के नायकों और उनके योगदान को उचित जगह नहीं मिल सकी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह अभियान समाज के हर तबके को आदिवासी इतिहास से अवगत कराएगा।

अंत में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। उनका जीवन बताता है कि संकल्प और साहस के सामने कठिनतम परिस्थितियाँ भी झुक जाती हैं। भाजपा उनका संदेश घर घर तक ले जाएगी, ताकि समाज में स्वाभिमान, स्वराज और स्वदेशी की चेतना और मजबूत हो सके।