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CM Yuva Yojana 2025:रोजगार से आत्मनिर्भरता की ओर: योगी सरकार की स्वरोजगार योजना बनी देश के लिए आदर्श मॉडल

Yogi Government Self-Employment Scheme : योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार न केवल सरकारी नौकरियों बल्कि स्वरोजगार के क्षेत्र में भी नया उदाहरण पेश कर रही है। 'मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना' के ज़रिए लाखों युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला है, जो अब पूरे देश के लिए एक रोल मॉडल बन चुका है।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

May 13, 2025

योगी सरकार की सोच: सिर्फ नौकरी नहीं, आत्मनिर्भरता की ओर कदम

योगी सरकार की सोच: सिर्फ नौकरी नहीं, आत्मनिर्भरता की ओर कदम

CM Yuva Yojana : उत्तर प्रदेश को "उत्तम प्रदेश" बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बीते कुछ वर्षों में जो कदम उठाए हैं, उनमें रोजगार और स्वरोजगार दोनों को समान प्राथमिकता दी गई है। सरकारी नौकरियों के साथ-साथ राज्य सरकार ने स्वरोजगार को भी ऐसा आधार बनाया है, जिससे न केवल बेरोजगारी कम हुई है, बल्कि एक सशक्त उद्यमिता संस्कृति की भी शुरुआत हुई है।

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मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना: आत्मनिर्भरता का आधार

वर्ष 2018 में शुरू की गई ‘मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना’ (UPMYSY) एक फ्लैगशिप योजना है, जिसका उद्देश्य 18 से 40 वर्ष के शिक्षित और बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।

योजना की खास बातें 

  • ₹25 लाख तक का रियायती ऋण
  • ब्याज पर सब्सिडी
  • मशीनरी, कच्चा माल और व्यवसायिक सेटअप के लिए वित्तीय सहयोग
  • बैंक डिफॉल्टर न होने और हाईस्कूल पास होने की अनिवार्यता
  • इस योजना ने ना केवल युवाओं को बिजनेस शुरू करने का अवसर दिया, बल्कि वे अब दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं।

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योजना का असर: आंकड़ों की जुबानी

  • अब तक के आंकड़ों से स्पष्ट है कि यह योजना कागज़ों तक सीमित नहीं रही:
  • 31,300 से अधिक स्वीकृत आवेदन
  • ₹758.97 करोड़ की मार्जिन मनी वितरित
  • 2.5 लाख से अधिक युवाओं को मिला रोजगार का अवसर
  • हजारों सूक्ष्म एवं लघु उद्यम अस्तित्व में आए
  • इनमें अधिकतर व्यवसाय ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों से जुड़े हैं, जिससे विकास का विकेंद्रीकरण भी हुआ है।

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आ रहे हैं बड़े बदलाव: 4 गुना तक बढ़ेगी परियोजना लागत

  • योगी सरकार इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में कुछ महत्वपूर्ण संशोधन करने जा रही है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह है कि:
  • परियोजना लागत की सीमा 4 गुना तक बढ़ाई जा सकती है।
  • योजना को ब्याज मुक्त कर 'सीएम युवा योजना' के रूप में ब्रांड किया जा सकता है।
  • इन प्रस्तावों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा गया है, और जल्द ही इन पर अंतिम निर्णय लिए जाने की संभावना है।

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स्वरोजगार से जुड़ी सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन

  • इस योजना का प्रभाव सिर्फ आर्थिक नहीं बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी व्यापक है:
  • युवा गांवों में ही रहकर कारोबार शुरू कर रहे हैं, जिससे शहरी पलायन में कमी आई है।
  • महिलाओं और युवतियों की भागीदारी बढ़ी है, जिससे लैंगिक समानता को बल मिला है।
  • स्थानीय संसाधनों और कौशल का उपयोग बढ़ा है, जिससे सतत विकास को बढ़ावा मिला है।

देश के लिए बना मॉडल: अन्य राज्य भी कर रहे अध्ययन

‘मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना’ की सफलता को देखते हुए अब अन्य राज्य सरकारें भी इसे अपने राज्यों में लागू करने की दिशा में प्रयासरत हैं। उत्तर प्रदेश की यह योजना भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को भी मजबूती प्रदान करती है।

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सफलता की कुछ प्रेरणादायक कहानियाँ: गोंडा के शिवम पांडेय ने योजना की सहायता से मिनी राइस मिल शुरू की और आज 12 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। वाराणसी की रेखा सिंह ने महिला सिलाई केंद्र खोला, जो अब आसपास की 40 महिलाओं को काम दे रहा है।

चुनौतियाँ और समाधान

  • हालांकि योजना में कुछ चुनौतियां भी रही हैं जैसे:
  • समय पर ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया
  • ग्रामीण बैंकों में जटिलताएं
  • जागरूकता की कमी
  • लेकिन सरकार द्वारा ई-पोर्टल, आसान आवेदन प्रक्रिया, और बैंकिंग संवाददाताओं के प्रशिक्षण के जरिए इन्हें दूर किया जा रहा है।