
Corona: यूपी में भी बंद हो सकते हैं स्कूल-कॉलेज
Corona: लखनऊ. कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों और तीसरी लहर की आहट के बीच स्कूलों के दोबारा खुलने पर संशय के बादल मडराने लगे हैं। कोरोना के मामलों की रफ्तार देख कई राज्यों ने स्कूलों को पूरी तरह बंद कर दिया है। उत्तर प्रदेश में भी पांबदियों को सख्त किया जा रहा है। नाइट कर्प्यू के बाद अब राजधानी लखनऊ में धारा 144 लगा दी गयी है। वहीं पहले ही 16 जनवरी तक स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। लेकिन नये मामलों में तेजी को देखते हुए लग रहा है कि सरकार स्कूलों को पूरी तरह बंद करने को लेकर जल्द ही कोई फैसला ले सकती है। आपको बता दें कि कोरोना के खौफ के चलते पंजाब, बिहार और ओडिशा ने शिक्षण संस्थानों को पूरी तरह बंद कर दिया है।
यूपी में 16 जनवरी तक बंद हैं स्कूल
हालांकि यूपी सरकार पहले ही कक्षा 10वीं तक के स्कूलों को 16 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दे दिया है। वहीं इसके बाद सरकार ने 12वीं तक के स्कूलों को भी बंद करने का आदेश जारी कर दिया था।
स्कूलों के लिए गाइडलाइन
संक्रमण को देखते हुए सरकार ने स्कूलों के लिए पहले ही गाइडलाइन जारी कर रखी है। साथ ही स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि वे जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें वहीं उन्हें इस बात का भी निर्देश दिया गया है कि वे विकल्प के तौर पर आनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था करें।
बच्चों को नहीं कर सकते स्कूल आने के लिए बाध्य
गाइडलाइन के मुताबिक स्कूल प्रबंधन बिना अभिभावकों की सहमति के किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है। इसके साथ ही स्कूल परिसर में सभी लोगों को आवश्यक रूप से मास्क पहनना होगा। स्कूलों को विकल्प के तौर पर ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था करानी होगी। यदि स्कूल में किसी को भी जुकाम, बुखार आदि के लक्षण दिखते हैं तो उसे चिकित्सीय सलाह के साथ उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कोई भी आयोजन तब ही किया जाए जब उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सकता हो।
रोजाना सैनिटाइज करना होगा स्कूल
स्कूल में अगर कोई प्रार्थना सभा या किसी तरह की खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधि हो रही है तो ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना होगा। स्कूलों को रोज सेनेटाइज करना होगा। प्रवेश करते समय शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं की थर्मल स्कैनिंग की जाए। हैंडवॉश और हाथों को सेनेटाइज कराने की व्यवस्था गेट पर ही की जाए। स्कूल की छुट्टी के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए। विद्यालय के अंदर भी कम से कम छह फीट की दूरी का पालन कराया जाए। स्कूली वाहनों को भी रोज सेनेटाइज कराया जाए। बसों आदि के अंदर भी शारीरिक दूरी तय की जाए। इसके साथ ही शिक्षकों व कर्मचारियों का वैक्सीनेशन भी अनिवार्य रूप से कराया जाए।
Published on:
07 Jan 2022 06:11 pm
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