
एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की कार पर हापुड़ के निकट छिजारसी टोल प्लाजा के पास फायरिंग के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म कबूलते हुए कहा कि वह ओवैसी के राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर दिए गए एक बयान से आहत थे। इसलिए उन्होंने घटना को अंजाम दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्रालय ने सुरक्षा की समीक्षा करते हुए ओवैसी को जेड कैटेगरी की सुरक्षा (Z Security) मुहैया करा दी है। जबकि ओवैसी ने जेड सिक्योरिटी लेने से साफ इनकार कर दिया था। ओवैसी ने कहा था कि मैं डरने वाला नहीं हूं और ना ही सिक्योरिटी लूंगा। मैं यूपी में चुनाव प्रचार जारी रखूंगा, अगर किसी माई के लाल में हिम्मत है तो मुझे मारकर दिखाए।
उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमले के आरोपी सचिन और शुभम को गुरुवार रात ही गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कहा है कि वह ओवैसी के 2013-14 में राम मंदिर को लेकर दिए गए एक बयान से आहत थे। इसके साथ ही उन्हें ओवैसी के धर्म विशेष के खिलाफ दिए गए बयानों से भी ठेस लगी थी। इसलिए उन्होंने ओवैसी पर हमला किया था। बता दें कि एक आरोपी सचिन गौतम बुद्ध नगर तो दूसरा शुभम सहारनपुर का रहने वाला है। पुलिस ने सचिन से 9 एमएम का अवैध तमंचा बरामद किया है। इसके साथ ही घटना की रिपोर्ट चुनाव आयोग के साथ लोकसभा भेज दी गई है।
छिजारसी टोल प्लाजा पर हमला
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की कार पर उस समय फायरिंग की गई थी, जब वह मेरठ में चुनाव प्रचार करके दिल्ली लौट रहे थे। इसी बीच हापुड़ के पिलखुवा स्थित छिजारसी टोल प्लाजा पर यह हमला किया गया, जिसमें ओवैसी बाल-बाल बच गए। हमले के बाद ओवैसी ने कहा कि वह मांग करते हैं कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार मामले की स्वतंत्र जांच कराएं। बता दें कि ओवैसी ने खुद ही हमले की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि मेरठ में चुनावी कार्यक्रम से लौटते समय छिजारसी टोल प्लाजा के पास कुछ लोगों ने उनकी कार पर 3-4 राउंड फायरिंग की। 3-4 हमलावर थे, जो भागते हुए हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी कार के टायर में पंक्चर हो गए। इसके बाद मैं दूसरी कार से निकला।
ओवैसी का जेड सिक्योरिटी लेने से इनकार
हमले के बाद गृह मंत्रालय ने ओवैसी की सुरक्षा की समीक्षा की है। गृृह मंत्रालय ने कहा है कि अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को जेड कैटेगरी की सिक्योरिटी दी जाएगी। लेकिन, ओवैसी सुरक्षा लेने से साफ इनकार कर दिया है। शुक्रवार को ओवैसी ने कहा कि वह किसी से डरने वाले नहीं हैं और न ही सिक्योरिटी लेने वाले हैं। वह इसी तरह अपना चुनाव प्रचार करेंगे। साथ ही उन्हाेंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी माई के लाल में हिम्मतत है तो मारकर दिखा दे।
इसलिए ओवैसी से नफरत करते हैं सचिन और शुभम
बताया जा रहा है कि हमले का एक आरोपी सचिन पंडित ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुरसााई गांव का रहने वाला है। सचिन के पिता विनोद पंडित प्राइवेट कंपनियों में ठेकेदारी करते हैं। सचिन खुद लॉ की पढ़ाई कर रहा है। जबकि दूसरा आरोपी शुभम सहारनपुर का निवासी है। शुभम महज 10वीं पास है और खेती किसानी करता है। पुलिस की जांच में अब तक दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। शुभम और सचिन का कहना है कि वह अक्सर ओवैसी भाइयों के सोशल मीडिया पर भाषण सुनते हैं। इसलिए उनसे नफरत करते हैं।
9 एमएम पिस्टल से की गई फायरिंग
पुलिस के अनुसार, सचिन और शुभम ने 9 एमएम की अवैध पिस्टल से ओवैसी कार पर फायरिंग की थी। पुलिस ने सचिन और शुभम के पास से दो पिस्टल के साथ एक अल्टो कार बरामद की है। इन्होंने पिस्टल कहां से खरीदी इसकी भी जांच चल रही है। एआईएमआईएम प्रमुख पर फायरिंग का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
Published on:
04 Feb 2022 01:07 pm
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