
Road Construction
यूपी की हर सड़क की भौतिक स्थिति की जानकारी अगर चाहिए तो सिर्फ एक क्लिक पर मिल जाएगी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग एस्टिमेटर साफ्टवेयर विकसित कर रहा है। इससे सरकारी सिविल कार्यों में पारदर्शिता आएगी। इस नई व्यवस्था से उत्तर प्रदेश पीडब्ल्यूडी की सड़कों की हर जानकारी अब ऑनलाइन उपलब्ध होगी। हर एक सड़क की भौतिक स्थिति की जानकारी को ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकेगा। जिसके लिए पीडब्ल्यूडी की सड़कों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग व्यवस्था को जल्द ही मूर्तरूप दिया जाएगा। इसके होने से विभागीय परियोजनाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकेगी, जिसके लिए ड्रोन एवं सेटेलाइट की मदद से सर्वे किया जाएगा।
एकीकृत प्रणाली में आएगा नया सॉफ्टवेयर
पीडब्ल्यूडी में पहले से प्रचलित सृष्टि, विश्वकर्मा, चाणक्य, प्रहरी व कोर्ट केस मॉनिटरिंग सिस्टम के अन्तर्गत कार्य हो रहे है। अब विभाग एस्टिमेटर, निगरानी तथा डिजिटाइजेशन ऐप विकसित किया जा रहा है। विभाग में प्रचलित और विकसित किए जा रहे सॉफ्टवेयर को एकीकृत प्रणाली के अंदर लाया जा रहा है। यह कार्य पूरा होने के बाद मार्गों का नियोजन एवं निर्माण कार्यों का अनुरक्षण सुगमता से हो सकेगा।
ई-ऑफिस प्रणाली जनवरी 2023 से अनिवार्य
प्रदेश सरकार की प्राथमिकता के अनुरूप, विभाग में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने के लिए डिजिटाइजेशन के कार्यों में तेजी ला रहा है। इसके अंतगर्त प्रदेश के पीडब्ल्यूडी कार्यालयों में 1 जनवरी 2023 से अनिवार्य रूप से ई-ऑफिस प्रणाली लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए मुख्यालय स्तर पर 1 जुलाई 2022 से यह कार्य चरणबद्ध तरीके से प्रारंभ कर दिया जाएगा।
एस्टिमेटर से होगी आसानी
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, एस्टिमेटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से विभाग में खंड स्तर पर गठित आगणन (एस्टीमेट) पूर्णरूपेण ऑनलाइन ही मुख्यालय स्तर पर प्राप्त किया जा सकेगा। एस्टिमेटर लागू होने के उपरांत आगणन के गठन, विभिन्न स्तरों पर परीक्षणों में संशोधन की प्रक्रिया समयबद्ध रूप से एवं बिना अधिक प्रयास के संभव हो सकेगी। इससे कार्य में पारदर्शिता आएगी एवं जन सामान्य को सुविधा भी होगी। इसके अलावा सड़कों की जीआईएस मैपिंग की जा रही है। इससे सड़क के हर हिस्से को-आर्डिनेंट्स फीड हो जाएंगे। जीआईएस मैपिंग का काम शुरू कर दिया गया है। यह काम शीघ्र पूरा हो जाएगा।
Published on:
26 Jun 2022 02:37 pm
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