Cove Variant Update: राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। बीते बुधवार को शहर में कोरोना के पांच नए मरीज सामने आए हैं, जिससे अब तक संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 43 हो चुकी है। वर्तमान में लखनऊ में सक्रिय मामलों की संख्या 20 हो गई है।
इनमें किसी की भी ट्रेवल हिस्ट्री सामने नहीं आई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि संक्रमण स्थानीय स्तर पर ही फैल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों के परिजनों के सैंपल लेकर जांच में जुटी हुई है। सभी संक्रमितों को फिलहाल होम आइसोलेशन में रखा गया है और उनकी स्थिति स्थिर बताई गई है।
लखनऊ में बढ़ते मामलों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। पिछले कुछ सप्ताहों में संक्रमण के मामलों में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह संक्रमण की संभावित नई लहर की ओर इशारा करता है। आम नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे मास्क पहनें, भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें और जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकलें।
इसी बीच देश के लिए और भी चिंता की बात यह है कि कोरोना का एक नया वेरिएंट 'निमबस' (NB.1.8.1) भारत में पाया गया है। पुणे और चेन्नई में इसके दो मरीजों की पुष्टि हुई है। यह वही वेरिएंट है, जिसने सिंगापुर और हांगकांग में हाल ही में संक्रमण की एक नई लहर शुरू की थी। पुणे स्थित आईसीएमआर-एनआईवी (राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान) ने जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए इसकी पुष्टि की है।
आईसीएमआर-एनआईवी पुणे के निदेशक डॉ. नवीन कुमार ने जानकारी दी है कि वर्तमान समय में यह वेरिएंट चिंता का विषय नहीं है, लेकिन निगरानी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि भारत में अप्रैल 2025 के दूसरे सप्ताह से संक्रमण में आई तेजी के पीछे जेएन.1.16 सक्रिय था, जिसे अब यह नया वेरिएंट प्रतिस्थापित कर रहा है।
कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए लखनऊ के सभी प्रमुख अस्पतालों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। टेस्टिंग और ट्रैकिंग पर फिर से जोर दिया जा रहा है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रैपिड टेस्टिंग की सुविधा शुरू की गई है। जिला प्रशासन की ओर से एक बार फिर से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
लखनऊ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि बुखार, जुकाम या सांस लेने में तकलीफ के लक्षण महसूस होने पर तुरंत जांच कराएं। बिना जरूरत के भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। मास्क पहनना और हाथों की सफाई नियमित रूप से करते रहें। कोविड हेल्पलाइन नंबरों पर लक्षणों की जानकारी दें और जांच करवाएं।
लखनऊ में कोरोना की वापसी और देश में निमबस वेरिएंट की मौजूदगी इस ओर संकेत करती है कि खतरा अभी टला नहीं है। भले ही फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अगर लापरवाही बरती गई, तो यह संक्रमण फिर विकराल रूप ले सकता है। इस समय सतर्कता और सहयोग ही संक्रमण पर नियंत्रण का सबसे कारगर उपाय है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता के साथ-साथ नागरिकों की जिम्मेदारी भी उतनी ही आवश्यक है। यदि सभी सावधानियों का पालन किया जाए, तो इस संक्रमण की संभावित नई लहर को रोका जा सकता है।
Published on:
19 Jun 2025 12:23 pm