
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण कर दी राष्ट्रहित में संकल्प की सीख फोटो सोर्स :Patrika
Independence Day 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 79 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास 5-कालिदास मार्ग, लखनऊ में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर प्रदेशवासियों को आज़ादी की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि आज़ादी सिर्फ़ एक पर्व नहीं, बल्कि कर्तव्यों की निरंतर याद दिलाने वाला संकल्प दिवस है।
मुख्यमंत्री ने ध्वजारोहण के बाद प्रदेश और देश के नागरिकों से आह्वान किया कि वे न केवल स्वतंत्रता की रक्षा करें बल्कि भारत को विश्व में अग्रणी बनाने के लिए सामाजिक, आर्थिक और नैतिक क्षेत्र में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता असंख्य बलिदानों और संघर्षों का परिणाम है, जिसे हमें केवल उत्सव तक सीमित नहीं रखना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत ने विदेशी शासन से मुक्ति पाई थी, लेकिन इसके पीछे अनगिनत क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और सामान्य नागरिकों का अथक संघर्ष और बलिदान है। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, मंगल पांडे, महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी हमें केवल अधिकार नहीं देती बल्कि ज़िम्मेदारियाँ भी सौंपती है। आज़ादी की रक्षा के लिए हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में भागीदारी निभाएँ। "आज भारत दुनिया की उभरती हुई शक्ति है। तकनीक, कृषि, शिक्षा, रक्षा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में हमने बड़ी प्रगति की है, लेकिन हमें इसे और आगे ले जाने की ज़रूरत है," उन्होंने कहा।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने ‘विजन-2047’ का भी उल्लेख किया और कहा कि जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब तक हमें देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और विश्व गुरु बनाना होगा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश नए आयाम गढ़ रहा है। हमें अगले 22 वर्षों में ऐसा भारत बनाना है, जो हर नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सम्मान प्रदान करे।”
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था और सुशासन के मुद्दे पर सरकार की प्राथमिकताओं को दोहराया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और अपराध किसी भी समाज की प्रगति में बाधक हैं। “हमारी सरकार ने अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। आने वाले समय में यह अभियान और तेज़ होगा ताकि जनता को सुरक्षित और पारदर्शी शासन मिले।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज़ादी का अर्थ केवल राजनीतिक स्वतंत्रता नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता भी है। उन्होंने कहा, “हम सबको जाति, धर्म और क्षेत्र की संकीर्णताओं से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में सोचना होगा। भारत की ताकत उसकी विविधता में है, जिसे हमें एकजुटता में बदलना है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों, श्रमिकों और गरीबों के उत्थान के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
योगी ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक और रोजगारपरक बनाया जा रहा है। “हमारा लक्ष्य है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हों। प्रदेश में कौशल विकास और स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जा रहा है,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का भी विशेष संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा और जल संरक्षण को आदत बनाना होगा।
ध्वजारोहण समारोह में प्रदेश सरकार के मंत्री, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के बाद बच्चों द्वारा देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए गए और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंत में कहा, “आज हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि देश की आज़ादी को हर कीमत पर बनाए रखेंगे और इसे और मजबूत करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। हमें भारत को ऐसा राष्ट्र बनाना है, जिस पर आने वाली पीढ़ियां गर्व कर सकें।”
Published on:
15 Aug 2025 10:00 am
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