
फोटो सोर्स : Patrika : प्रदेश के सभी पुलिस अधिकारियों को अपराध नियंत्रण और प्रभावी कार्रवाई के दिए निर्देश, प्राथमिकताओं को तय किया
UP DGP Meeting: उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्णा ने पुलिस विभाग की पहली बड़ी समीक्षा बैठक की। राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश भर के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से जुड़कर उन्होंने कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति और अपराध नियंत्रण को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस बैठक में प्रदेश में अपराध पर प्रभावी नियंत्रण, महिला सुरक्षा, गंभीर अपराधों में त्वरित कार्रवाई, जन शिकायतों के निस्तारण, और पुलिस की जवाबदेही जैसे अहम मुद्दों पर जोर दिया गया।
बैठक में DGP के साथ ADG (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश, पुलिस मुख्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रदेश भर के पुलिस कमिश्नर, जिलों के SSP व SP, रेंज IG व DIG, तथा जोनल ADG वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस समीक्षा बैठक से जुड़े।
DGP राजीव कृष्णा के लिए यह बतौर पुलिस प्रमुख पहली सर्वदलीय व सूबे भर की व्यापक बैठक थी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को जनविश्वास के अनुरूप सुदृढ़ और संवेदनशील बनाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस बल को चाहिए कि वह समाज के हर वर्ग के प्रति संवेदनशील रहे और पारदर्शी, निष्पक्ष और प्रभावी कार्रवाई के साथ अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करे।
इस अहम बैठक में DGP ने पुलिस अधिकारियों को निम्नलिखित प्रमुख दिशा-निर्देश दिए:
बैठक में DGP ने कहा कि आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य स्मार्ट तकनीकों के जरिये पुलिसिंग को स्मार्ट व प्रोएक्टिव बनाया जाएगा। CCTV निगरानी, डिजिटल डाटाबेस, ऑनलाइन शिकायत पोर्टल, और इंटेलिजेंस आधारित ऑपरेशन को और मजबूत किया जाएगा। राजीव कृष्णा ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश पुलिस को इस दिशा में देश में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
महिला सुरक्षा को लेकर DGP ने कहा कि छेड़खानी, स्ट्रीट क्राइम, घरेलू हिंसा, ऑनलाइन उत्पीड़न जैसे मामलों में त्वरित और कड़ी कार्रवाई की जाए। महिला हेल्प डेस्क, 1090 वीमेन पावर लाइन और अन्य माध्यमों पर मिलने वाली शिकायतों को गंभीरता से लेकर समाधान करें। महिलाओं में सुरक्षा का भाव पैदा करने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस गश्त को बढ़ाया जाए।
.जनसुनवाई को प्रभावी बनाया जाए।
.समीक्षा बैठकों में यह देखा जाए कि थानों में कितनी शिकायतों का संतोषजनक निस्तारण हुआ।
.थानों में पीड़ितों के साथ अच्छा व्यवहार सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों की प्रदर्शन रिपोर्ट में यह भी देखा जाएगा कि उन्होंने जन शिकायतों के निस्तारण में कितनी रुचि ली है।
बैठक के अंत में DGP ने सभी जोनल ADG, रेंज IG/DIG, पुलिस कमिश्नर और जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में:
.पिछले दो माह में दर्ज गंभीर अपराधों की समीक्षा करें।
.गिरफ्तारी और विवेचना की स्थिति की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजें।
.जन शिकायत निस्तारण की रिपोर्ट भी दें।
DGP ने आगरा जोन में चलाए गए "ऑपरेशन पहचान" की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के फोकस्ड ऑपरेशन अन्य रेंजों में भी चलाए जाएं ताकि प्रदेश भर में पुलिसिंग की गुणवत्ता में सुधार हो।
Published on:
07 Jun 2025 01:46 pm
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