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लखनऊ :उत्तर प्रदेश में 2026 में होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मी धीरे-धीरे तेज हो रही है। ग्राम प्रधान बनने का सपना देखने वाले हजारों उम्मीदवार अभी से मैदान में कूदने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि 90% नए उम्मीदवार बिना सही रणनीति के चुनाव हार जाते हैं। यहां पर कुछ टिप्स हैं जिनसे आपकी उम्मीदवारी बेहतर हो सकती है।
सबसे पहली और सबसे जरूरी रणनीति मतदाता सूची की बारीकी से जांच करना है। उम्मीदवार सुनिश्चित करें कि आपके समर्थक मतदाता सूची में शामिल हैं। जो गांव में नहीं रहते, उनके नाम हटाने की प्रक्रिया पर ध्यान दें। क्योंकि अभी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम चल रहा है, इसमें अपने मतदाताओं का नाम जुड़वाने में BLO का सहयोग करें।
हर 50-60 घर पर एक 7-8 सदस्यीय माइक्रो कमेटी बनाएं। इसमें 2 युवा, 2 महिलाएं, 1 किसान, 1 बुजुर्ग और 1 शिक्षित व्यक्ति को शामिल करें। इन कमेटियों की हर हफ्ते मीटिंग करें। यह आपकी जीत में सहायक बन सकती है।
गांव के युवाओं को अपने अभियान का मुख्य आधार बनाएं। उन्हें छोटी-छोटी जिम्मेदारियां दें। सोशल मीडिया (फेसबुक, व्हाट्सएप) का उपयोग करके गांव के लोगों के बीच अपनी छवि एक सुलझे हुए, शिक्षित और सक्रिय उम्मीदवार के तौर पर पेश करें।
गांव की जरूरत के मुताबिक वादें करें, जो बच्चे-बूढ़े हर वर्ग के लिए उपर्युक्त हों। गांव में समस्याओं का आंकलन करें। जमीन से जुड़े मुद्दों को उठाएं जैसे सड़क की मरम्मत, नाली-खड़ंजा, पेयजल आपूर्ति, गाँव की साफ-सफाई और किसानों की समस्याओं।
गांव वालों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाएं। जनता को बताएं कि आप सरकारी योजनाओं (जैसे पीएम आवास योजना, आयुष्मान भारत, मनरेगा) को गांव में कैसे पारदर्शिता के साथ लागू करेंगे। लोगों के बीच विश्वास जताएं कि आप सिर्फ वादे नहीं बल्कि योजनाओं को जमीन पर उतारने की क्षमता रखते हैं।
Published on:
27 Nov 2025 09:51 pm
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