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गांधी सागर बांध की रेलिंग टूटी, हाइड्रो पावर यूनिट डूबी, 19 गेट खोले गए, प्रशासन ने कहा- बांध पूरी तरह से सुरक्षित

locationमंदसौरPublished: Sep 15, 2019 04:28:39 pm

Submitted by:

Pawan Tiwari

बिजली उत्पादन पूरी तरह से ठप्प हो गया है।

गांधी सागर बांध की रेलिंग टूटी, हाइड्रो पावर यूनिट डूबी, 19 गेट खोले गए, प्रशासन ने कहा- बांध पूरी तरह से सुरक्षित

गांधी सागर बांध की रेलिंग टूटी, हाइड्रो पावर यूनिट डूबी, 19 गेट खोले गए, प्रशासन ने कहा- बांध पूरी तरह से सुरक्षित

मंदसौर. मध्यप्रदेश में भारी बारिश के कारण जन जीवन अस्त-व्यस्त है। ऐसे में मंदसौर में गांधी सागर बांध टूटने की खबरें भी आ रही हैं। पानी की आवक ज्यादा होने के कारण गांधी सागर बांध में पूरे 19 गेट खेल दिए गए हैं। अफवाहें फैलाई जा रही थी भारी बारिश के कारण गांधी सागर बांध टूट गया है। सोशल मीडिया में इसे प्रचारित किया जा रहा था। लेकिन प्रशासन ने इसे अफवाह बताते हुए खारिज किया है। प्रशासन का कहना है कि गांधी सागर बांध की रेलिंग टूटी है और गांधी सागर बांध पूरी तरह से सुरक्षित है। यहां फंसे लोगों को बचाया जा रहा है।
सभी गेटे खोले गए
प्रशासन ने बताया कि बांध के सभी 19 गेट खेल दिए गए हैं। प्रशासन के अुनसार, पानी पेनस्टॉक गैलरी के ऊपर से बह रहा है। गांधी सागर बांध पर स्थित पानी से बिजली बनाने वाले पावर स्टेशन में पानी घुसा है। कर्मचारियों को रेस्क्यू कर बाहर निकालसा गया है। प्रशासन का कहना है कि बांध की पुलिया की रेलिंग क्षतिग्रस्त हुई है। बांध खतरे के निशान से ऊपर है जिस कारण से 50 से ज्यादा गांवो में घुसा पानी घुस गया है। पानी घुसने के कारण कई गांवों को खाली करा लिया गया है। कई गांव में अभी भी गांव में फंसे हुई हैं उन्हें बाहर निकालने के लिए हवाई मदद की जरूरत है।
ये हैं हालात
एमएल त्रिवेदी, प्रभारी एवं एसडीओ जल संसाधन गांधीसागर बांध क्षेत्र ने बताया- 1312 मीटर का लेवल है, फिलहाल पानी 1318 मीटर तक भर गया। बांध के 19 गेट सभी खोल दिए गए है, 13 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है। बांध से फिलहाल 5 लाख क्यूसैक पानी छोड़ रहे हैं। 3 घंटे पहले तक 16 लाख क्यूसैक पानी आ रहा था, आवक में कमी आई। बांध के पॉवर हाउस और स्टीम पाल पर आंशिक नुकसान हुआ है। बांध में पानी की आवक को देखते हुए कैचमेंट के सभी 50 गांव को अलर्ट कर दिया है, गांधीसागर बांध तक आवाजाही एहतियात के तौर पर बंद की गई है।

पानी की आवक ज्यादा
प्रशासन के अनुसार, बांध में 13 लाख क्यूसिक पानी की आवक है। जबकि बांध से 5 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं, मन्दसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने बताया कि मन्दसौर जिले में बारिश और बाढ़ से बिगड़े हालातों को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज रात को मन्दसौर आ रहे हैं। वे रतलाम से होते हुए मन्दसौर पहुचेंगे।

मंदसौर में भारी बारिश के हालात बिगड़े
मंदसौर में स्थिति कुछ ज्यादा ही खराब हो गई है। भारी बारिश की वजह से शहर के कई हिस्से डूब गए हैं। सड़कों पर सिर्फ और सिर्फ सैलाब ही हैं। शिवना नदी भी उफान पर है। इस वजह से पशुपतिनाथ मंदिर डूब गया है। जिले के अन्य हिस्सों में कई गांव भी खाली करवाए गए हैं। पिछले कई दिनों से जिले में भारी बारिश जारी है। औसत बारिश के मामले में 35 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। रेतम बैराज के 15 और गाडगिल सागर बांध के 8 गेट खोले गए हैं। इस वजह से कई इलाकों में हालात और बिगड़ गए हैं। कई कॉलोनियों में पानी घुस गया है। इसके साथ ही कई जगहों से संपर्क टूट गया है।
एसपी हितेश चौधरी ने कहा कि गांधीसागर बांध की ओर आवाजाही सुरक्षा कारणों के चलते बंद की गई है, बांध को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। इसके साथ ही गरोठ क्षेत्र में बांध का पानी फैलने के बाद 12 गांव खाली कराए जा रहे है। 5 गांव में पानी प्रवेश कर गया है तो शेष में भी पानी तेजी से गांव की ओर बढ़ रहा है। संजीत इलाके में भी 6 गांव को अलर्ट कर दिया गया है, एसडीआरएफ की टीमें गांव पहुंच रही है, पुलिस और स्थानीय अमला भी गांव में तैनात हो गया है।
बंजारी गांव पूरी तरह खाली करा लिया गया है, गरोठ क्षेत्र में करीब एक हजार लोगों को अब तक सुरक्षित एवं ऊंचे स्थानों पर भेजा गया है। प्रशासन ने राहत कैंप लगाने की शुरूआत कर दी है, भोजन एवं पानी के साथ ठहरने के लिए शासकीय स्कूल और आंगनवाड़ी खुलवाए जा रहे है।

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